क्या भारत में पेट्रोल-डीजल की कमी हो गई है? यह सवाल इसलिए पूछा जा रहा है क्योंकि बीते कुछ दिनों से देश में पेट्रोल पंपों के ड्राय होने की खबरें आ रही हैं।जहां एक ओर ड्राइवरों का हड़ताल जारी है वही अब पेट्रोल डीज़ल को लेकर आम जनता के बीच काफ़ी परेशानीयो का समाना करना पड़ रहा है
गरियाबंद ट्रक ड्राइवरों की हड़ताल के कारण डिपो से पेट्रोल-डीजल के टैंकर पेट्रोल पंप पर नहीं पहुंचने से यह स्थिति बनी। पेट्रोल-डीजल खत्म होने की अफवाह के चलते पंपों पर वाहन चालकों की लंबी लंबी लाइनें लग गईं।जिले में ड्राइवरों की हड़ताल की वजह से पेट्रोल पंप में सुबह से लेकर रात तक फ्यूल डलाने के लिए वाहनों की लंबी कतार लग गई। गाड़ियों में तेल डलवाने के लिए लोगों को एक से दो घंटे तक लाइन में लगना पड़ा, तब जाकर उन्हें तेल मिल सका। कई जगह पर लोग काफी आक्रोश में दिखे।
लंबी लाइन देख पेट्रोल पंप संचालक सामने आये और कहा अफ़वाहो पर ध्यान ना दें पेट्रोल डीजल की आपूर्ति पहले की तरह हो रही है। इसलिए इसे लेकर इतना पैनिक न हों। आराम से डीजल और पेट्रोल डलवाएं। इसके बाद भी लोग गाड़ी का टैंक फुल कराने लाइन में लगे रहे।
केंद्र सरकार ने हिट एंड रन मामले में कानून को लेकर संशोधन किया है, उसके विरोध में ट्रांसपोर्टर और ट्रक चालक 1 से 3 जनवरी तक हड़ताल में हैं। इसका सीधा असर राज्य और देश की अर्थ व्यवस्था पर दिख रहा है। दूसरे दिन मंगलवार को गरियाबंद शहर में इसका असर साफ देखने को मिला।
नए कानून में सड़क हादसे में मौत पर बड़ी सजा का प्रावधान
नए कानून के मुताबिक सड़क हादसे में यदि किसी की मौत होती है, तो वाहन चालक को 10 साल की कैद की सजा और 5 लाख रुपए का जुर्माना की सजा का प्रावधान है। ट्रक चालकों का कहना है कि हर एक दुर्घटना में गलती चालक की गलती नहीं। इसके बाद भी बड़ी गाड़ी के चालक को निशाना बनाया जाता है। यदि नए कानून तहत सजा मिली तो उनका परिवार सड़क पर आ जाएगा।