बच्चियों के बालगृह से लापता होने और धर्मांतरण के मामले में सरकार ने सख्त रवैया अपनाया हुआ है। वहीं अब इस मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। यहां आश्रम में रह रही बच्चियों को उनके परिजनों को सौंप दिया गया है।प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई है। बताया जा रहा है कि, प्रशासन के लोगों ने जांच के नाम पर सिर्फ खाना पूर्ति की है।
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मिली जानकारी के मुताबिक आश्रम में रह रही 41 बच्चियों को परिजनों को सौंपा गया बिना किसी पूछताछ और बयान दर्ज करवाए ही बच्चियों को उनके घर भेज दिया गया।बता जा रहा है कि, आश्रम में रहने वाली 41 बच्चियों बाल कल्याण समिति के दफ्तर में रखा गया था। इसके बाद रात के अँधेरे में बच्चियों के परिजनों को गुपचुप तरीके से बुलाकर बच्चियों को सौंप दिया गया। वहीं इस मामले में महिला बाल विकास के अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध बताई जा रही है और बाल कल्याण सीमित की लापरवाही भी उजागर हुई है।