रायपुर। हिंदू धर्म में मकर संक्रांति पर्व का विशेष महत्व है। इस साल मकर संक्रांति की तिथि को लेकर लोगों में आसमंजस की स्थिति बनी हुई है। बता दें कि कुछ पंचांग में मकर संक्रांति 14 जनवरी तो वहीं कुछ में 15 जनवरी को बताया गया है। शास्त्रों के अनुसार, सूर्य जब भी एक से दूसरे राशि में प्रवेश करता है तो इसे संक्रांति कहा जाता है। इस साल 14 जनवरी को सूर्य का मकर राशि में गोचर (प्रवेश) रात 2 बजकर 43 मिनट पर होगा। मकर संक्रांति में स्नान-दान का महत्व अधिक रहता है और इसके लिए प्रात:काल का समय ही उत्तम रहता है। ऐसे में इस साल मकर संक्रांति 15 जनवरी को मनाई जाएगी।
मकर संक्रांति पर्व पर राजधानी रायपुर में पतंग उत्सव का आयोजन होगा जिसमे अन्य प्रदेशों के पतंगबाज भी शामिल होंगे। यह निर्णय मंत्रालय में पर्यटन, धर्मस्य एवं संस्कृति विभाग की बैठक में लिया गया। बता दे की साथ ही साथ 22 जनवरी को अयोध्या में हो रहे श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के सुअवसर पर संपूर्ण छत्तीसगढ़ में गांव से लेकर ब्लॉक एवं जिला स्तर पर पूजन और गंगा आरती आयोजन के निर्देश जारी किए है। इसके साथ ही श्री रामलला दर्शन, राजिम कुंभ, श्री राम वनपथ गमन मार्ग समेत छत्तीसगढ़ में धार्मिक स्थलों और पर्यटन स्थलों के विकास की कार्ययोजना पर चर्चा की गई।