मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर : CG NEWS : कुवांरपुर वन परिक्षेत्र के जंगल विभाग के अधिकारी जंगलो में किस तरह का काला-पीला कार्य करते है, इसका लेखा जोखा जल्दी से लोगों को नहीं मिल पाता है, जिस कारण से शासन के पैसे की बंदर बांट ऐसे भ्रष्ट अधिकारी आसानी से कर लेते है। जिले के एमसीबी वन परिक्षेत्र कुंवारपुर में वन विभाग के भ्रष्ट अधिकारियों ने जो गुल खिलाया है उसका काला चिट्ठा अब तक खुलकर सामने नही आया है।
मजे की बात यह है कि इन भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ अब भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ के द्वारा कलेक्टर को ज्ञापन सौंप कर प्रदीप पाटकर एवं प्रदेश अध्यक्ष महेश प्रसाद ने कुंवारपुर वन परिक्षेत्र में रेंजर शिवकुमार ध्रुव के द्वारा जितने भी कार्य किये गए हैं उन सभी कार्यों की जांच कर कार्रवाई की मांग की है, जितने भी काम किए गए हैं लाखों करोड़ों रुपए की उन सभी कार्यों की जांच के लिए कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया है, जिस पर कुंवारपुर परिक्षेत्र के रेंजर शिवकुमार ध्रुव अपने पद पर विराजमान है और सरकारी पैसे का लूट का सिलसिला जारी रखा है।
बता दें कि, कुंवारपुर वन परिक्षेत्र के अंतर्गत जंगलो में अनेकों कार्य करने के लिए लाखों करोड़ों रुपए सुकृति होती है चाहे वह तार फेंसिंग wbmसड़क तालाब निर्माण स्टॉप डैम और जो कार्य किए गए दोबारा उसकी रिपेयरिंग के नाम पर अधिकारियों ने शासन के पैसे की फर्जी तरीके से बंदरबांट की है जिसकी शिकायत होने के बावजूद भी ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्यवाही नहीं होती है भ्रष्टाचार के आरोप में जांच की तो इनके क्रियाकलापो का काला चिट्ठा खुलकर आ सकता है इनके रेंज के अंतर्गत वीट में पौधारोपण के उपरांत सुरक्षा के लिए फेंसिंग के नाम पर भ्रष्टाचार भी किया गया होगा और काम के नाम पर शासन के पैसा का आहरण कर लिया गया,लेकिन जमीनी स्तर पर कार्य पूरा नहीं हुआ।
कुंवारपुर परिक्षेत्र के अंतर्गत वृक्षारोपण कर इसकी सुरक्षा के लिए कटीले तार भी लगाये गए होंगे इसके लिए पोल भी लगे होंगे ,लेकिन हो सकता है जो पोल लगाए गए होंगे वह कागजो में दिखाकर उसका पैसा निकाल लिया गया होगा साथ ही पोलो का कंक्रीट करण करना था लेकिन वह भी नहीं किया गया। होगा जिसकी भ्रष्टाचार में है लिग्न वन विभाग के अधिकारी के ऊपर अब कलेक्टर को ज्ञापन सौपने के बाद ऐसे अधिकारियों को जिला कलेक्टर किस प्रकार की जांच कार्यवाही करते हैं।