नारायणपुर। जिला प्रशासन नारायणपुर द्वारा भगवान श्री रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर जिले के मंदिर, देवालय, स्कूल, आश्रम, छात्रावासो सहित पंचायतों के प्रमुख स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित की गई। श्री रामलला प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर प्रदेश के वन एवं जलवायु परिवर्तन, जल संसाधन, कौशल विकास एवं सहकारिता मंत्री केदार कश्यप ने शहर के शिव एवं जगदीश मंदिर, राम मंदिर हनुमान मंदिर सहित शहर के विभिन्न मंदिरों में पूजा अर्चना किया।
पूजा अर्चना पश्चात् शहर में आयोजित शोभा यात्रा झांकी के रूप में जगदीश मंदिर से प्रारंभ होकर मुख्य मार्ग होते हुए पुराना बस स्टैण्ड खेल परिसर मैदान तक निकाली गई। श्री रामलला प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में आयोजित शोभा यात्रा में शहर के श्रद्धालुओं ने बढ़-चढ कर भाग लिया। प्रमुख समारोह स्थल पर सुंदर आकर्षक रंगोली एवं दीप प्रज्वलीत कर पूर्व संध्या में 14 हजार दीपों के साथ दीपोत्सव भी मनाया गया। जिला प्रशासन नारायणपुर के सौजन्य से रामभक्तों के श्रद्धा और आस्था को ध्यान में रखते हुऐ व्यवस्था की गई थी। कार्यकम को संबोधित करते हुए प्रदेश के वन एवं जलवायु परिवर्तन, जल संसाधन, कौशल विकास एवं सहकारिता मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि छत्तीसगढ़ भगवान श्री राम के ननिहाल है।
छत्तीसगढ़ के वनों मे भगवान श्री राम भ्रमण किये
छत्तीसगढ़ में भांचाओं का पैर पड़कर स्वागत किया जाता है। छत्तीसगढ़ के वनों मे भगवान श्री राम भ्रमण किये हैं और छत्तीसगढ़ के धरती में पदचरण पड़ा था, इसलिए छत्तीसगढ़ का धरती पवित्र हो गया है। उन्होंने कहा कि श्रीराम के भ्रमण स्थलों का उल्लेख अयोध्या में नव निर्मित श्री राम मंदिर में प्रतिमा के रूप में किया गया है। श्री केदार ने जन सैलाब को संबोधित करते हुए कहा कि देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा अयोध्या में नव निर्मित श्रीराम मंदिर का आज प्राण प्रतिश्ठा किया गया है। हमारे पूर्वजों के आशीर्वाद और हमारे पूर्व जन्मों के अच्छे कर्म का प्रतिफल के फलस्वरूप श्री रामलला के प्राण प्रतिष्ठा पूर्ण हो सका है। भगवान श्री राम दण्डकारण्य बस्तर क्षेत्र से अधिक प्रभवित हैं। वनवास के दौरान सर्वाधिक समय दण्डकारण्य के जंगलों में बितायें हैं।