मुख्यमंत्री साय ने इस अवसर पर कहा कि आज का दिन बहुत मंगलमय है, हम सभी को बाबा बागेश्वर का दिव्य प्रवचन सुनने को मिल रहा है। कल 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई है और यह हम सब छत्तीसगढ़ वासियों के लिए बहुत खुशी की बात है कि श्री रामलला को धान का कटोरा कहे जाने वाले और प्रभु राम के ननिहाल छत्तीसगढ़ से भेजे गए चावल से भोग लगाया गया है। हमारे छत्तीसगढ़ से चावल, सब्जी के साथ ही डॉक्टर और नर्सों की टीम अयोध्या भेजी गई है। इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ की ओर से अयोध्या में अभी दो महीने तक भंडारा चलाया जायेगा।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार की तरफ से रामलला दर्शन योजना के माध्यम से श्रद्धालुओं को भगवान श्री राम के दर्शन के लिए अयोध्या भेजा जायगा। इसे सुनकर बाबा बागेश्वर ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए इस योजना की सराहना की।
बागेश्वर बाबा ने छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा राजिम में कुंभ के स्वरूप में राजिम मेला को आयोजित करने संबंधी प्रयासों के लिए भी प्रसन्नता जाहिर की। हनुमंत कथा एवं दिव्य दरबार में बह रही भक्ति धारा का रसपान करने श्रद्धालुगण की भीड़ बड़ी संख्या में जुटी हुई थी।