अमेरिका ने इराक और सीरिया में ईरानी पोस्टों को दर्जनों हवाई हमले (US Strike On Iran Postes In Iraq Syria) किए, जिसमें कई लोगों की मौत की जानकारी सामने आ रही है. हालांकि अमेरिका और ईरान ने मौत के आंकड़ों पर अब तक कोई भी जानकारी शेयर नहीं की है. पिछले हफ्ते जॉर्डन में किए गए ड्रोन हमले में तीन अमेरिकी सैनिकों की मौत के बाद अमेरिका ने ये जवाबी कार्रवाई की है
जॉर्डन में किए गए ड्रोन हमले में अमेरिकी सैनिकों की मौत के बाद वाशिंगटन ने ईरानी सैनिकों को दोषी ठहराते हुए बड़े स्तर पर हवाई हमलों का आदेश दिया था. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने एक बयान में कहा, “हमारी प्रतिक्रिया आज शुरू हुई, टाइम और जगह हम चुनेंगे.” उन्होंने आगे कहा कि, “अमेरिका मिडल ईस्ट या फिर दुनिया में कहीं भी संघर्ष नहीं चाहता, लेकिन जो लोग हमें नुकसान पहुंचाना चाहते हैं उन्हें यह जानना जरूरी है कि अगर आप किसी अमेरिकी को नुकसान पहुंचाते हैं, तो हम जवाब देंगे.”
इराक-सीरिया में 85 जगहों पर हमला
US सेंट्रल कमांड ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “2 फरवरी को शाम 4 बजे यूएस सेंट्रल कमांड (सेंटकॉम) बलों ने ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स (आईआरजीसी) कुद्स फोर्स और उससे संबंधित मिलिशिया समूहों के खिलाफ इराक और सीरिया में हवाई हमले किए. अमेरिकी सैन्य बलों ने बम बरसाने वाले विमानों से 85 से ज्यादा लक्ष्यों को निशाना बनाया. हवाई हमलों में 125 से ज्यादा सटीक युद्ध सामग्री का उपयोग किया गया. जिन पर हमला किया गया उनमें मिलिशिया समूहों और ईरानी बलों से जुड़ी कमांड एंड कंट्रोल और इंटेलिजेंस सेंटरों के साथ ही रॉकेट, मिसाइल, ड्रोन स्टोरेज फेसिलिटीज शामिल थीं, जिन्होंने अमेरिका के खिलाफ हमलों में मदद की थी.”