रायपुर । हमारी शिक्षा तभी सफल होती है जब उसका इस्तेमाल हम दुनिया की भलाई के लिए करें। मंगलवार को ASEZ साउथ कोरिया छात्रों के प्रतिनिधि मंडल ने शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल से मुलाकात कर पर्यावरण, मानवाधिकार और जन कल्याण जैसे मुद्दों पर चर्चा की।
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ASEZ विश्वविद्यालय के छात्र स्वयंसेवकों का एक वैश्विक संगठन है। जो दुनियाभर में “सेव द अर्थ” मुहिम चला रहा है।अग्रवाल ने ASEZ के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि, सभी शिक्षण संस्थानों में पर्यावरण, मानवाधिकार और जन कल्याण जागरूकता पर जोर देना चाहिए।शिक्षा का उद्देश्य केवल ज्ञान प्राप्त करना नहीं, बल्कि छात्रों को जिम्मेदार नागरिक बनाने के लिए भी तैयार करना है।
भारतीय और छत्तीसगढ़ संस्कृति और भोजन से वो खासा आकर्षित हुए
आज के समय में सबसे महत्वपूर्ण मुद्दों में से एक है। जलवायु परिवर्तन, प्रदूषण और प्राकृतिक संसाधनों की कमी जैसी समस्याओं से निपटने के लिए हमें सभी को मिलकर प्रयास करने होंगे।साथ ही शिक्षण संस्थानों में पर्यावरण जागरूकता पर जोर देकर हम छात्रों को पर्यावरण के महत्व के बारे में शिक्षित कर सकते हैं और उन्हें पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित कर सकते हैं।अग्रवाल ने कहा कि शिक्षण संस्थानों में पर्यावरण जागरूकता कैसे बढ़ाई जा सकती है। इस पर भी काम करना चाहिए।जिसके लिए संस्थानों में पर्यावरण गतिविधियों का आयोजन किया जाना चाहिए जैसे कि वृक्षारोपण अभियान, स्वच्छता अभियान और पर्यावरण जागरूकता कार्यक्रम।और पर्यावरण के अनुकूल बुनियादी ढांचे का निर्माण किया जाना चाहिए जैसे कि सौर ऊर्जा का उपयोग, जल संरक्षण और अपशिष्ट प्रबंधन।इसके अलावा छात्रों को मानवाधिकार और जन कल्याण जैसे गंभीर विषयों के प्रति जागरूक बनाने का प्रयास करना चाहिए।
प्रतिनिधि मंडल ने अग्रवाल से रायपुर में करीब 2 हफ्तों के प्रवास का अपना अनुभव साझा किया, दल ने बताया कि, भारतीय और छत्तीसगढ़ संस्कृति और भोजन से वो खासा आकर्षित हुए। उन्होंने “छत्तीसगढ़िया सब ले बढ़िया” को दोहराया।
विदेशी छात्र भी हमारी संस्कृति से इतने प्रभावित होते हैं
अग्रवाल ने कहा कि विदेशी छात्र भी हमारी संस्कृति से इतने प्रभावित होते हैं। यह छत्तीसगढ़ के लिए गौरव का क्षण है।अग्रवाल ने छात्रों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए उन्हें प्रशंसा पत्र और समर्थन पत्र प्रदान किया।