सोहागपुर। MP NEWS : एक ओर जहां आज भी विधवा विवाह को लेकर कई भ्रांतियां फैली हुई है, कई लोग इसे आज भी पुरानी कुरीतियों से जोड़कर गलत मानते हैं, जिसे लेकर कई उदाहरण पहले भी सामने आ चुके हैं, जहां विधवा का विवाह करने पर बड़े विवाद हुए हैं। गिने चुने उदाहरण ही देखे जाते हैं जब ससुराल पक्ष आगे जाकर परिवार की विधवा बहू की शादी कराकर समाज में सकारात्मक सोच का उदाहरण पेश करते हैं। ऐसा ही एक मामला गुरुवार को नगर के परिवार परामर्श केंद्र में सामने आया जहां पर एसडीओपी संजू चौहान के निर्देश पर एक विधवा बहू की जेठ ने पिता बनकर शादी कराई और विदा किया।
परिवार परामर्श केंद्र की सदस्य राजो मालवीय ने जानकारी देते हुए बताया कि ग्राम पथरई निवासी सत्यनारायण पटेल ने परिवार परामर्श केंद्र में आवेदन दिया था कि वह अपनी मृतक छोटे भाई की पत्नी पूजा पटेल की शादी सभी की सहमति से जमुनिया निवासी रामभरोस पटेल से करना चाह रहे हैं। आवेदन प्राप्त होने पर पूजा पटेल और रामभरोस पटेल निवासी जमुनिया को बुलाकर पूरे मामले की जानकारी ली गई, जिसके बाद यह पता चला कि पूजा पटेल के मायके पक्ष द्वारा उसकी शादी के बाद से ही उससे कोई संबंध नहीं रखा जा रहा था। पूजा की पहली शादी ग्राम पथरई निवासी मानसिंह के साथ 2019 में हुई थी वह खुशी से अपने पति और परिवार के साथ रह रही थी। तभी करीबन 2 साल पहले एक सड़क दुर्घटना में मानसिंह की मौत हो गई इसके बाद पूजा के ससुराल पक्ष के द्वारा उन्हीं के रिश्तेदारी से आने वाले रामभरोस पटेल के साथ विधवा पूजा का विवाह करने की इच्छा जाहिर की गई।
परिवार परामर्श केंद्र के सदस्यों द्वारा सभी पक्षों की बारीकी से जांच करने के बाद परिवार परामर्श केंद्र में गुरुवार को पूजा के ससुराल पक्ष एवं रामभरोस के परिवार के लोगों ने मिलकर समिति के सदस्यों के समक्ष दोनों का विवाह संपन्न कराया। इस दौरान पूजा एवं रामभरोस ने एक दूसरे के गले में वरमाला डाली तो वही रामभरोस ने पूजा के मांग में सिंदूर भर उसे अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार किया। पूजा के जेठ सत्यनारायण ने बताया कि उसके भाई की शादी के बाद से ही बहू के मायके वाले उससे कोई संबंध नहीं रखते थे ना कभी उसे लेने आए ना मिलने आए। इसलिए भाई की मौत के बाद हमने उसकी दूसरी शादी करने की इच्छा जाहिर की और आज पिता बनाकर बहू पूजा की शादी रामभरोस से कर उसे विदा कर रहे हैं और आगे भी पिता बनकर यह रिश्ता निभाते रहेंगे।