नारायणपुर। आज जिला मुख्यालय से लगभग 25 किलोमीटर दूर किहकाड़ के बालक आश्रम में सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मीडिया की टीम पहुंची थी जहां पड़ताल करने पर पता चला कि बालक आश्रम किहकाड़ में अधीक्षक के लापरवाही के चलते आश्रम पूरी तरह कबाड़ में तब्दील हो गया है आपको बता दें कि इस आश्रम में चार चपरासी हैं और एक अधीक्षक हैं जिनका नाम जगत नेताम है, अधीक्षक आश्रम को पूरी तरह चपरासी लोगों के भरोसे छोड़ रखा है, जिन्हें ना बच्चों की उपस्थिति पता है ना बच्चों की दर संख्या, ऐसी स्थिति में चपरासी लोग अधीक्षक के भरोसे का फायदा उठाते हुए आश्रम को नशे का अड्डा बना रखा है। आश्रम के अंदर ही मदिरा व गुटका तंबाकू का सेवन करते हैं। ऊपर से आश्रम में रहने वाले बच्चों को सड़ा गला चावल दाल खिला रहे हैं।
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इससे आश्रम में रहने वाले बच्चों पर काफी बुरा प्रभाव पड़ता है। वहीं प्राथमिक शाला में पढ़ाने वाले शिक्षकों ने बताया कि अधीक्षक 5-10 मिनट के लिए आश्रम में आते हैं और फिर तुरंत चले जाते हैं, इन चपरासी लोगों के गलतियों की जानकारी होते हुए भी अधीक्षक जगत नेताम के द्वारा सख्ती नहीं बरती जा रही है, और ना ही उच्च अधिकारियों के द्वारा निरीक्षण किया जा रहा है जिससे बालक आश्रम को नशेड़ियों के द्वारा नशा का अड्डा बनाकर पूरी तरह कबाड़ में तब्दील कर दिया गया है।