पंजाब के किसानों और सुरक्षाबलों के बीच टकराव के चलते शंभू और दातासिंह वाला सीमा पर तनाव बना हुआ है। बुधवार को दूसरे दिन भी किसानों व सुरक्षाबलों में कई बार झड़पें हुईं। किसानों ने जैसे ही हरियाणा में घुसने की कोशिश की, तो सुरक्षाबलों ने आंसू गैस के गोले व रबर की गोलियां दागकर उन्हें रोक दिया। दातासिंह वाला सीमा पर रबर की गोलियाें से पांच किसान घायल हैं। सरकार व किसानों में चंडीगढ़ में बृहस्पतिवार शाम पांच बजे तीसरे दौर की वार्ता होगी।
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तीन मांगें पूरी होने तक आंदोलन
डल्लेवाल और पंधेर ने बताया कि तीन मांगें पूरी होने तक आंदोलन जारी रहेगा। ये मांगें हैं-एमएसपी की कानूनी गारंटी, कर्जमाफी और बिजली अधिनियम रद्द करना। राज्य की सीमा पर अर्धसैनिक बलों की तैनाती, पुलिस की कार्रवाई और ड्रोन के इस्तेमाल पर भी पंधेर ने सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि किसान शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे हैं, तो बलप्रयोग क्यों किया जा रहा है।
सुरक्षाबलों की तैयारी से नहीं बढ़ सके किसान
अंबाला में शंभू सीमा पर भी दिनभर सुरक्षाबलों व किसानों में झड़प होती रही। रास्ते के अवरोधक हटाते किसानों पर सुरक्षाबलों ने आंसू गैस के गोले और रबर की गोलियां बरसाईं। यहां सुबह के समय ही बड़ी संख्या में किसान पहुंच गए थे। सुरक्षाबलों की जबरदस्त तैयारी के कारण किसान आगे नहीं बढ़ सके।
आज ट्रेनें रोकेंगे, टोल नाका फ्री करेंगे
किसानों के खिलाफ कार्रवाई के विरोध में भारतीय किसान यूनियन-एकता उगराहां ने बृहस्पतिवार को पंजाब में ट्रेनें रोकने की घोषणा की है। साथ ही, संयुक्त किसान मोर्चा की 34 जत्थेबंदियों ने 15 फरवरी को सुबह 11 बजे से 2 बजे तक टोल प्लाजा फ्री कराने का एलान किया है।