2024 के लिए हेनले पासपोर्ट इंडेक्स जारी कर दिया गया है और भारत पिछले साल से एक पायदान नीचे गिरकर 85वें स्थान पर आ गया है। सूचकांक 199 देशों को उनके पासपोर्ट की ताकत के आधार पर रैंक करता है, और 2024 में, फ्रांस इस सूची में शीर्ष पर है
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भारतीयों के लिए वीज़ा-मुक्त पहुंच वाले देश 2023 में 60 से बढ़कर 62 हो गए। राजनीतिक संकट से प्रभावित पाकिस्तान की रैंक पिछले साल की तरह ही 106 रही, जबकि बांग्लादेश की स्थिति 2023 में 101 से गिरकर इस वर्ष 102 पर आ गया।दिलचस्प बात यह है कि भारत का समुद्री पड़ोसी देश मालदीव 58वें स्थान पर है, जिसके नागरिकों को 96 देशों में वीज़ा-मुक्त पहुंच प्राप्त है।
पासपोर्ट रैंकिंग में शुरुआती 5 पायदान पर यूरोपियन देशों का दबदबा
पाकिस्तान के पास दुनिया का चौथा सबसे कमजोर पासपोर्ट है। पाकिस्तान की पासपोर्ट रैंकिंग 106 है। यहां के नागरिक 34 देशों में वीजा फ्री ट्रैवल कर सकते हैं। करीब 2 साल से जारी जंग के बावजूद यूक्रेन का पासपोर्ट न सिर्फ भारत बल्कि रूस के पासपोर्ट से भी ज्यादा पावरफुल है। हेनली एंड पार्टनर्स की रैंकिंग में यूक्रेन के पासपोर्ट को 31वां स्थान मिला है। यहां के नागरिक 148 देशों में वीजा फ्री ट्रैवल कर सकते हैं। वहीं रूस के पासपोर्ट की रैंकिंग 53 है। रूसी नागरिक 119 देशों में बिना वीजा के जा सकते हैं। 3 महीने से हमास के साथ युद्ध लड़ रहे इजराइल की पासपोर्ट रैंकिंग 20 है।पासपोर्ट रैंकिंग में शुरुआती 5 पायदान पर यूरोपियन देशों का दबदबा है। इसमें दूसरे स्थान पर फिनलैंड, स्वीडन और साउथ कोरिया हैं, जिनके नागरिक बना वीजा के 193 देशों में ट्रैवल कर सकते हैं। वहीं ऑस्ट्रिया, डेनमार्क, आयरलैंड और नीदरलैंड के पासपोर्ट को थर्ड रैंकिंग मिली है।