जांजगीर चांपा पद स्थापना से चर्चा में रहने वाली जिला शिक्षा अधिकारी की कार्य शैली पर एक बार फिर सवालिया निशान उठा है इस बार आपसी झगड़े की शिकायत पर शासकीय प्राथमिक शाला कुत्रा के पांच शिक्षकों को अन्यत्र अटैच करना और 12 दिन बाद सभी को फिर से इस साल में पद्दस्त करना चर्चा का विषय बना हुआ है शिक्षा जगत के साथ आमजन यह सोच रहे हैं कि 12 दिन में ऐसा क्या हुआ है कि डी ई ओ को अपना ही फैसला बदलना पड़ा जबकि कुटरा स्कूल के शिक्षकों को अन्यंत्र पदस्त तो किया गया लेकिन वहां किसी अन्य शिक्षक को पद स्थापना नहीं की गई । जिले में पदस्थ जिला शिक्षा अधिकारी भारती वर्मा की नई कारनामों से लगातार चर्चा में बनी हुई है कभी अनुदान प्राप्त गोधना स्कूल में आचार संहिता के दौरान प्राचार्य को प्रमोशन देने डी पी सी करना तो कभी नियम विरुद्ध रिटायर शिक्षकों को पूर्ण नियुक्ति मामले में कार्रवाई नहीं करना जैसे मामले के बाद आप प्राथमिक शाला कुटरा स्कूल का मामला सामने आया है ।
बताया जा रहा है कि प्राथमिक शाला कुटरा में प्रधान पाठक सहित पांच शिक्षक पदस्थ हैं और किसी के बीच आपस में बनती नहीं है जिससे उनके बीच हमेशा किसी न किसी मामले को लेकर विवाद होते रहता है कुछ ऐसा ही मामला कुटरा स्कूल में पदस्थ सभी स्टाफ के बीच जनवरी महीने में सामने आया जिसमें सभी के बीच जमकर विवाद हुआ जो बी ई ओ के माध्यम से डी ई ओ तक पहुंचा इस पर बी ई ओ वर्मा ने नवागढ़ बीईओ विजय लहरे को मामले की जांच का जिम्मा सोप बीईओ लहरों ने 19 जनवरी को जांच कर अपना प्रतिवेदन पत्र क्रमांक 25 19/ शिकायत जांच 2023 24 के माध्यम से डीईओ को सौपा जिसमें स्टाफ के बीच विवाद होने की पुष्टि हुई बीईओ के प्रतिवेदन के आधार पर डीईओ ने 12 दिन बाद 1 फरवरी को पत्र क्रमांक 700 गोपीनी शिकायत जांच 2024 के माध्यम से शासकीय प्राथमिक शाला कुटरा में पदस्थ सहायक शिक्षक शांता प्रीति शर्मा को आगामी आदेश तक शासकीय प्राथमिक शाला अमोदा में अध्ययन कार्य के लिए भेजा गया ।
12 दिनों में घटनाक्रम की चर्चा शिक्षा जगत सहित आम जन के बीच बना हुआ
इसी तरह पत्र क्रमांक 704 गोपनी शिकायत जांच 2024 के माध्यम से कुटरा के सहायक शिक्षाक ज्योति तिवारी को प्रथमिक शाला कामता पत्र क्रमांक /710/गोप -शिकायत जाँच 2024 के आधार पर कुटरा के प्रधान पाठक प्रभावती राठौर को शासकीय प्राथमिक शाला गंगाजल अध्यापन कार्य के लिए भेजा गया सभी पात्र की सूचना संचालक लोक शिक्षक कलेक्टर संयुक्त संचालक बिलासपुर तथा विकासखंड शिक्षा अधिकारी नवागढ़ को भेजा गया यहां तक तो सब ठीक है लेकिन अगले 12 दिनों में ऐसा क्या हुआ कि डी ई ओ वर्मा ने 12 फरवरी को पत्र क्रमांक 10 55 / गोपनी शिकायत जांच F-957/2024 के द्वारा स्कूल के अन्यत्र भेजे गए सभी शिक्षकों के आवेदन पर सहानुभूति पूर्वक विचार करते हुए फिर से वापसी कर दी इन 12 दिनों में घटनाक्रम की चर्चा शिक्षा जगत सहित आम जन के बीच बना हुआ है
महेंद्र कुमार के साथ भरत सिंह चौहान की रिपोर्ट