समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव पद से इस्तीफा देने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य अब अपनी नई पार्टी बनाने जा रहे हैं।
चर्चा यह भी है कि पीडीए (पिछड़े, दलित व अल्पसंख्यक) नेताओं को जोड़कर स्वामी प्रसाद मौर्य एक नए राजनीतिक संगठन के साथ सामने आ सकते हैं। इसमें सपा के उनके समर्थक भी शामिल हो सकते हैं।
दिल्ली में स्वामी प्रसाद की रैली
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि 22 फरवरी को दिल्ली में कार्यकर्ताओं का समागम होगा और उसी दिन फैसला सुनाया जाएगा…जब सपा के संगठन में ही भेदभाव है, एक राष्ट्रीय महासचिव का हर बयान निजी हो जाता है… जब एक ही पद के लोगों में भेदभाव है और मैं भेदभाव के खिलाफ ही लड़ाई लड़ता हूं तो ऐसे पद पर रहने का औचित्य क्या है?