केंद्र सरकार के प्रस्ताव को मानने से इनकार के बाद किसान आज सुबह 11 बजे दिल्ली कूच करेंगे। इसके लिए शंभू बॉर्डर पर हाईड्रोलिक क्रेन, जेसीबी व बुलेटप्रूफ पोकलेन जैसी भारी मशीनरी लाई गई है।
किसान कंक्रीट व भारी-भरकम बैरिकेड तोड़ने के लिए बख्तरबंद भारी मशीनरी लेकर किसान शंभू बॉर्डर पर पहुंचे हैं। बता दें एसकेएम के नेतृत्व में 22 फरवरी को किसानों का 500 संगठन दिल्ली में अपनी मांगों को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ रणनीति बनाने के लिए मंथन करेंगे।
किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल- सरकार बैरिकेड हटाकर हमें अंदर आने दे
किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि हमारा इरादा किसी तरह की अराजकता पैदा करने का नहीं है। उन्होंने कहा कि हमने सात नवंबर से दिल्ली पहुंचने का कार्यक्रम बनाया हुआ है। अब सरकार अगर ये कहती है कि उन्हें पर्याप्त समय नहीं मिला तो इसका साफ मतलब है कि वह हमें नजरअंदाज करने का प्रयास कर रहे हैं। हमें रोकने के लिए बड़े-बड़े बैरिकेड लगाए गए हैं। पंढेर ने कहा कि शांतिपूर्ण हमें दिल्ली जानें दें। किसानों पर अत्याचार सरकार ना करें। वहीं प्रदर्शनकारियों ने कहा है कि आज पंजाब में किसान सारे टॉल फ्री कराएंगे।
हरियाणा पुलिस ने कहा मशीनें हटाएं प्रदर्शनकारी, यह एक गैर जमानती अपराध
वहीं हरियाणा पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से मशीने हटाने को कहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि यह एक गैर जमानती अपराध है। किसान संगठन मंगलवार सुबह से ही शंभू और खनौरी बॉर्डर पर रणनीति बनाने में जुट गए। बॉर्डर पर जेसीबी और पोकलेन मशीनें लेकर पहुंचे हैं। पुलिस द्वारा लगाए गए पत्थरों और म बैरिकेड तोड़ने के लिए भारी भरकम कई मशीने लाए हैं।
हरियाणा के सात जिलों में इंटरनेट सेवा पर लगी रोक
किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए सिरसा में इंटरनेट सेवा पर पाबंदी लगा दी गई है। इसे अलावा जींद, हिसार, अंबाला, कुरुक्षेत्र और कैथल में भी इंटरनेट पर पाबंदी लगाई गई है।