मध्य प्रदेश की स्कूली शिक्षा में किस जिले ने तरक्की की और कौन सा जिला पिछड़ा है आज इसका रिपोर्ट कार्ड सामने आया, स्कूल शिक्षा विभाग ने मंत्री राव उदय प्रताप सिंह की मौजूदगी में 2023-24 का रिपोर्ट कार्ड पेश किया।
राज्य शिक्षा केन्द्र मप्र स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा प्रारंभिक शिक्षा स्तर पर जिलों में किए जा रहे गुणात्मक सुधार कार्यों के आधार पर जिलों की शैक्षिक तैयार की गई रिपोर्ट को आज पेश किया। यह शैक्षिक रिपोर्ट दिसम्बर-2023 तक किये कार्यों के आधार पर तैयार की गई है। इसमें बहुत से जिले ऐसे सामने आये जहाँ शिक्षा का स्तर सुधरा हैं वहीँ कुछ बड़े जिले ऐसे भी सामने आये जहाँ शिक्षा का स्तर नीचे गिरा है।
इंदौर, भोपाल पिछले, छतरपुर टॉप पर
स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह की मौजूदगी में विभाग के अधिकारियों ने जो रिपोर्ट कार्ड जारी किये उसमें चौकाने वाला नाम देश के लगातार सातवीं बार के स्वच्छ शहर इंदौर और राजधानी भोपाल का सामने आया, इंदौर 29 वे नंबर से 48 वे नंबर पर खिसक गया वहीँ भोपाल भी 43 वे नंबर पर पहुँच गया, जबकि छतरपुर ने जिला रैंकिंग में पहला स्थान हासिल किया है।
बस्ते का वजन कम किया है नो बैग डे का भी सर्कुलर दिया है
नई शिक्षा नीति के अंतर्गत बच्चों को स्कूल जाने में मजा आए और बोझ न लगे इसलिए बस्ते का वजन कम किया है नो बैग डे का भी सर्कुलर दिया है,ताकि बच्चों को हफ्ते में एक दिन बोझ न लगे मंत्री सिंह ने कहा कि .सरकारी स्कूल के बच्चों सभी चैलेंजेस के बाद भी अच्छा रिजल्ट निकाल रहे हैं उन्होंने बताया कि जुलाई अगस्त से टीचर्स के बाद स्टूडेंट्स की अटेंडेंस को भी डिजिटल प्लेटफार्म से जोड़ने नवाचार करने जा रहे रहे हैं। स्कूल शिक्षा मंत्री ने इस मौके पर घोषणा करते हुए कहा कि शैक्षणिक स्तर में सुधार के लिए विभाग स्कूलों के साथ शिक्षकों को पुरुस्कार के जरिए प्रोत्साहित करेगा .वही स्कूल शिक्षा विभाग के लिए नॉमिनेशन की प्रक्रिया को बदला जाएगा साथ ही 4500 सरकारी स्कूलों में नर्सरी और केजी 1, केजी 2 फॉर्मूला लागू कर पब्लिक स्कूलों की तर्ज पर डेवलप किया जाएगा