रायपुर : CG VIDHANSABHA 2024 : विधानसभा में आज प्रदेश के विश्वविद्यालयों में महापुरुषों के नाम से संचालित शोध पीठों में अव्यवस्था का मामला उठा। सत्ता पक्ष के ही विधायक ने पूछा कि 5 सालों में इन शोध पीठों में कितनी नियुक्तियां हुई और सरकार ने इसे कितनी अनुदान राशि प्रदान की है। विभागीय मंत्री ने स्वीकार किया कि जिन उद्देश्यों के लिए ये शोध पीठ बनाए गए थे उसकी पूर्ति नहीं हो पाई है, मंत्री ने अब यहां व्यवस्था सुधारने का भरोसा सदन को दिलाया।
प्रश्नकाल के दौरान भाजपा सदस्य अजय चंद्राकर ने सदन में यह मामला उठाया, उन्होंने सरकार से पूछा कि प्रदेश के विश्वविद्यालयों में कौन कौन से शोध संस्थान संचालित है इनके अध्यक्ष कौन है और इन्हें सरकार से क्या सुविधाएं दी जा रही है, इसके अलावा 5 साल में इन संस्थानों को सरकार ने कितना अनुदान दिया है। इन शोध पीठों का उद्देश्य क्या था और उसमे कितनी सफलता मिली है।
जवाब में शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने बताया कि छत्तीसगढ़ के महापुरुषों के जीवन चरित्र से लोगो को अवगत कराने के उद्देश्य से इसका गठन किया गया था, जबसे इसका गठन हुआ है तब से यहां पद रिक्त हैं। विश्वविद्यालयों को पिछले 3साल में 146 करोड़ का अनुदान दिया गया है जबकि शोध संस्थान को कोई राशि नहीं दी गई है।
CG VIDHANSABHA 2024 : भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने पूछा कुशाभाऊ ठाकरे विश्वविद्यालय में संचालित कबीर शोध संस्थान में बिना अनुदान के 3 किताबें कैसे लिखी गई बिना स्टॉफ,मुद्रक के यह कैसे संभव हुआ , शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश में गुरु घासीदास, माधव राव सप्रे, सुंदरलाल शर्मा, पदुमलाल पुन्नालाल बक्शी, हिंद स्वराज जैसे शोध संस्थान में पिछले 5 सालों में पूर्व सरकार ने कोई काम नहीं किया, अब इन संस्थानों में विद्वानों की नियुक्ति कर प्रदेश के महापुरुषों का सम्मान वापस लौटाएंगे।