नारायणपुर | CG : नारायणपुर में आयोजित ऐतिहासिक माता मावली मेले के दूसरे दिन छत्तीसगढ़ शासन के वन एवं जलवायु परिवर्तन, सहकारिता, कौशल विकास और जल संसाधन विभाग के मंत्री केदार ने माता मावली मंदिर एंव कोट गुड़ीन मंदिर में दर्शन कर पूजा अर्चना किया। उन्होंने मेले में शामिल होकर मेले में लगे विभिन्न दुकानों एवं विभागों द्वारा लगाई गई स्टॉलों का अवलोकन किया।
उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि संस्कृति को जानने के लिए नारायणपुर के मावली माता मेला को जरूर देखें। मंत्री कश्यप ने मेले मे उपस्थित लोगों से कहा कि अपने फेसबुक में मावली माता मेला का फोटो जरूर शेयर करें, जिससे विश्व प्रसिद्ध मावली माता मेला के बारे में जानने को मिलेगा। प्रदेश के मुख्यमंत्री विश्णुदेव साय ने मावली माता मेला के लिए जिले वासियों को शुभकामनाएं दी है।
मंत्री कश्यप ने मेले मे लगे देवी देवता के पूजा सामग्री दुकान से तोड़ी बजाकर देखा फिर खरीद लिया। पूजा सामग्री चौंवर का कीमत भी पूछा।
उन्होंने कहा कि बस्तर अंचल के लोगों का मड़ई-मेला लोक, कला और संस्कृति का संगम है। यह मेला जिले का ऐतिहासिक और ख्याति प्राप्त मड़ई-मेला है। स्थानीय लोगों के सगे-संबंधी दूर-दूर से यहां की लोक, कला, संस्कृति, रीति-रिवाज और परम्पराओं से रूबरू होने एवं देखने प्रति वर्ष यहां आते हैं। श्री कश्यप ने कहा कि यह मेला 5 दिनों तक लोगों को और सैलानियों को इस मंच पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों की झलक देखने को मिलेगा। उन्होंने अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि माता के आशीर्वाद से जिले में चौतरफा विकास हो रहा है।
माता मावली मेला यहां के लोगों के लिए आस्था और श्रद्धा का केन्द्र है। दूर-दूर से लोग यहां आकर अपनी कलाओं का प्रदर्शन करते हैं और इस मेले से जरूरत के सामग्रियों का क्रय भी करते हैं। आप सभी मेले में आये और मेले का भरपूर आनंद उठाये। मेले व्यापारी संघो के द्वारा मंत्री केदार कश्यप को लड्डू से तौलकर कर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर सर्व आदिवासी समाज के अध्यक्ष रूपसाय सलाम, बृजमोहन देवांगन, गौतम एस गोलछा, संतनाथ उसेण्डी, जैकी कश्यप, संदीप झा, कलेक्टर बिपिन मांझी, एसपी प्रभात कुमार, जिला पंचायत सीईओ डॉ. आकांक्षा शिक्षा खलखो, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हेमसागर सिदार सहित सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्री बद्रीश सुखदेवे, जिला शिक्षा अधिकारी राजेश मिश्रा, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग रविकांत ध्रुर्वे, के अलावा बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।