रायपुर, 7 मार्च, 2024। कभी दिल्ली में वायसराय निवास रहा राष्ट्रपति भवन अब भारत के राष्ट्रपति का निवास है अब यहां एक जनजातीय समूह से आने वाली महिला राष्ट्रपति हैं और छत्तीसगढ़ की सबसे पिछड़ी जनजाति की महिलाएं उनसे मुलाकात करने जा रही हैं। वे कर्तव्यपथ पर विचरण करेंगी, अमृत उद्यान देखेंगी। जैसे भारत का सपना पुरखों ने देखा था। उस रास्ते पर देश बढ़ रहा है।
प्रदेश की विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा, बिरहोर, पहाड़ी कोरबा, कमार के स्व सहायता समूह के सदस्यों की 64 महिलाएं आज हवाई जहाज से दिल्ली रवाना हुईं। उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने इन्हें रवाना किया। वे यहां राष्ट्रपति भवन पहुंचकर राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु से मुलाकात करेंगी। वहां इन्हें अपने समूह द्वारा बनाये गये उपहार भेंट करेंगी। राष्ट्रपति भवन में स्थित अमृत उद्यान का भ्रमण करेंगी।
ये महिलाएं प्रदेश के अलग-अलग जिले कबीरधाम, बलरामपुर, रायगढ़, धमतरी, कोरबा, गरियाबंद और जशपुर के स्वयं सहायता समूह के अंतर्गत हैं। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत अपने समूह का संचालन कर अपनी आमदनी को बढ़ावा देकर स्वावलंबी बनने वाली इन महिलाओं को उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा की पहल पर हवाई जहाज से दिल्ली ले जाया जा रहा है। आज उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने निवास कार्यालय से महिला स्व सहायता समूह की महिलाओं का स्वागत कर दिल्ली रवाना किया। उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने उन्हें उपहार स्वरूप बैग, जैकेट और छत्तीसगढ़ी व्यंजनों का डिब्बा भेंट किया। उप मुख्यमंत्री से विजय शर्मा ने कहा कि विशेष पिछड़ी जनजाति की 64 दीदियां राष्ट्रपति भवन, राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु से मिलने हवाई जहाज से जा रही है। ये महिलाएं राष्ट्रपति से मिलकर अपने समूहों के उत्पाद राष्ट्रपति को देंगी। ये दीदियां अमृत उद्यान, स्व सहायता समूह की महिलाओं के उत्पाद बिक्री के लिए बनाए गए बाजार और दिल्ली का भ्रमण करेंगी।
छत्तीसगढ़ शासन द्वारा महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने और उनको स्वावलंबी बनाने की दिशा में महिलाओं को अलग-अलग जगह पर मंच देकर प्रोत्साहित किया जा रहा है बल्कि उन्हें वर्तमान की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार भी किया जा रहा है।
64 दीदियों में 7 दीदियां लखपति दीदी-
दिल्ली जा रहे इन 64 दीदियों में 7 दीदियां लखपति दीदियां हैं, जिनकी आय 1 लाख से ज्यादा की है। जिनमे से जशपुर से बैसाखी बाई, सावित्री बाई, शांति बाई, सुन्दरमती बाई गरियाबंद से विमला बाई और कबीरधाम से देवकी बाई और लामी बैगा है। दीदियों ने बातचीत में बताया कि हम सभी बहुत उत्साहित हैं। अब तक हवाई जहाज को उड़ते हुए ही देखा था। कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि खुद हवाई जहाज में बैठकर जाएंगे। इस पर राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति जी से मिलने का मौका मिल रहा है। हम सब बहुत खुश हैं।