बलौदाबाजार | CG Literacy Programme: राज्य शासन के निर्देशानुसार कलेक्टर एवं अध्यक्ष जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण के. एल. चैहान के मार्गदर्शन में आज उल्लास नव भारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत् विकासखण्ड स्तरीय मास्टर ट्रेनरों का प्रशिक्षण सह कार्यशाला जिला मुख्यालय स्थित बीआरआरसी कार्यालय के प्रशिक्षण हाल में किया गया। कार्यशाला में असाक्षरों एवं स्वयंसेवी शिक्षकों के चिन्हांकन के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि पढ़ना लिखना अभियान के अंतर्गत 30 मार्च 2022 में आयोजित की गई थी. जिसमें राष्ट्रव्यापी महापरीक्षा अभियान के चिन्हांकित असाक्षरों को पुनः 17 मार्च 2024 को आयोजित होने वाली महापरीक्षा अभियान में शामिल करना है क्योंकि पूर्व में आयोजित परीक्षा में शिक्षार्थियों का प्रमाणीकरण (सर्टिफिकेशन) नहीं हो पाया था। इस महापरीक्षा का नाम राष्ट्रव्यापी बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मक ज्ञान मूल्यांकन परीक्षा होगा।
विकाखण्ड शिक्षा अधिकारी बिलाईगढ़ सत्यनारायण साहू ने बताया कि उल्लास नव भारत साक्षरता कार्यक्रम अंतर्गत 17 मार्च 2024 रविवार को प्रातः 10 बजे से 5ः30 तक परीक्षा का आयोजन किया जायेगा। शिक्षार्थी सुविधानुसार उक्त समय के भीतर परीक्षा में सम्मिलित हो सकेगा। शिक्षार्थी को प्रश्न पत्र हल करने के लिए 3 घंटे का समय दिया जायेगा। जिला शिक्षा अधिकारी एवं सदस्य सचिव जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण बलौदाबाजार-भाटापारा बी.एल. देवांगन ने जानकारी देते हुए बताया कि परीक्षा केन्द्र में षिक्षार्थियों के लिए पेयजल, प्रकाश व्यवस्था, बैठने के लिए समुचित व्यवस्था हो।
17 मार्च 2024 के कम से कम तीन दिवस पूर्व ग्राम/वार्ड प्रभारी, स्वयंसेवी शिक्षक की सहायता से प्रत्येक पंजीकृत शिक्षार्थी के घर-घर संपर्क कर शिक्षार्थी पर्ची का वितरण करें। परीक्षा में ऐसे शिक्षार्थी जिनका पूर्व में पढ़ना लिखना अभियान अंतर्गत प्रमाणीकरण नहीं हुआ है जो साक्षरता केन्द्र में पढ़ाई किए हो को शामिल करें। पंजीयन के आधार पर ग्राम पंचायत एवं नगरीय निकाय के वार्डवार आंकलन में सम्मिलित होने वाले शिक्षार्थियों की सूची तैयार की जायेगी।
इसके बाद सम्बंधित ग्राम पंचायत अथवा नगरीय निकाय के वार्ड के नजदीक वाले शासकीय स्कूल को परीक्षा केन्द्र बनाये। जिला परियोजना अधिकारी जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण सोमेश्वर राव ने बताया की जिला को शत् प्रतिशत साक्षर बनाने हेतु कलेक्टर के. एल. चैहान के कुशल मार्गदर्शन में केन्द्र प्रवर्तित उल्लास नव भारत साक्षरता कार्यक्रम का क्रियान्वयन वित्तीय वर्ष 2023-24 से किया जाना है। कार्यक्रम के क्रियान्वयन हेतु सर्वप्रथम जिला के शैक्षणिक रूप से पिछड़े ग्राम पंचायतों व वार्डों का चिन्हांकन किया जायेगा एवं पूरे टीम भावना के साथ कार्य कर शत् प्रतिशत साक्षर बनाया जायेगा।
चिन्हित ग्राम पंचायतों एवं वार्डों में 5-10 असाक्षरों के मान से स्वयंसेवी भावना से पठन-पाठन कराने हेतु स्वयंसेवी शिक्षकों जिसमें एन.एस.एस,एन.सी.सी., स्काउट गाइड, मितानीन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, शिक्षक या अन्य उत्साही का चिन्हांकन किया जायेगा। विकासखण्डों के मुख्य प्रशिक्षकों को स्वयंसेवी शिक्षकों एवं असाक्षरों का आॅनलाईन व आॅफलाईन सर्वे का कार्य मोबाईल एप के माध्यम से करने के सम्बंध में प्रशिक्षण दिया गया। उन्होंने आगे बताया कि पठन-पाठन केन्द्र के लिए ग्राम पंचायत/स्कूल भवन/सामुदायिक भवन अथवा अन्य भवन को उल्लास साक्षरता केन्द्र के रूप में चिन्हांकित किया जायेगा।
कार्यक्रम के सफल संचालन तथा केन्द्रों में आने वाली छोटी-मोटी समस्याओं के सम्बंध में निदान हेतु इसकी जिम्मेदारी विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी को सौंपा गया है। सितम्बर 2024 में होने वाली महापरीक्षा के लिए जिला को 10 हजार असाक्षरों का लक्ष्य प्राप्त हुआ है।जिला रिसोर्स पर्सन डेविड कुमार साहू नें आभार प्रदर्शन करते हुए कहा कि हम सभी को स्वयंसेवी भाव से एक टीम के रूप में कार्य करना है तभी लक्ष्य पूरा कर सकते है।