रायपुर छत्तीसगढ़ राज्य बाल कल्याण परिषद प्रदेश में बालक-बालिकाओं के कल्याण के लिए निरंतर कार्यरत है। परिषद स्वास्थ्य, शिक्षा, बाल अधिकारों की सुरक्षा और उनके जीवन स्तर को बेहतर बनाने के लिए विभिन्न योजनाएं और कार्यक्रम का संचालन कर रहा है। जो एक सराहनीय कार्य है। यह बात मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने बुधवार को परिषद की सामान्य सभा की बैठक के दौरान कही।बैठक में बृजमोहन अग्रवाल को परिषद का निर्विरोध अध्यक्ष चुना गया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि, सेवा के लिए किसी पद की जरूरत नहीं होती। हम बिना पद पर रह कर भी जरूरतमंदों की सेवा कर सकते हैं।
मंत्री अग्रवाल ने जानकारी दी की परिषद गरीब और दिव्यांजन बच्चों के लिए विभिन्न कार्यों के संचालन कर रहा है। जिसमे जीवन ज्योति बालगृह (बालिका) रायपुर, कोंडागांव, बालगृह (बालक) माना कैम्प, खुला आश्रय गृह, स्पीच एंड हियरिंग थेरेपी सेंटर शामिल है। जो प्रशंसनीय कार्य है।
उन्होंने यह भी बताया कि केंद्र सरकार ने परिषद को नया रायपुर में स्पीच एंड हियरिंग थेरेपी सेंटर खोलने की मंजूरी दे दी है जिसके लिए राज्य सरकार 30 एकड़ भूमि का आवंटन करेगा। राज्य सरकार के बजट में भी बाल भवन के लिए प्रावधान किया गया है। सप्रे स्कूल में स्पीच थेरेपी सेंटर खोला जाएगा और माना बाल गृह में सेवाओं का विस्तार किया जाएगा।
इतना ही नहीं आने वाले समय में दिव्यांग बालक बालिकाओं के लिए विशेष पोस्ट मैट्रिक शिक्षण संस्थान भी खोला जाएगा।
मंत्री अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस शासनकाल में परिषद की उपेक्षा के कारण आर्थिक स्थिति बिगड़ गई है। जिसको सुधारने के लिए पाठ्य पुस्तक निगम की तरफ से 5 लाख रुपए प्रति वर्ष दिए जाएंगे। उन्होंने अपनी तरफ से भी परिषद को 5 लाख रुपए देने की घोषणा की।
आज हुई बैठक में चंद्रेश शाह को महासचिव, इंदिरा जैन को कोषाध्यक्ष, डॉ अशोक त्रिपाठी को उपाध्यक्ष चुना गया साथ ही महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े को वरिष्ठ उपाध्यक्ष मनोनीत किया गया। साथ ही परिषद की कार्यकारिणी में सदस्यों की संख्या 10 से बढ़ाकर 25 कर दी गई। मंत्री अग्रवाल ने सभी पदाधिकारियों और सदस्यों को बधाई दी।