रायपुर। RAIPUR NEWS : चैन स्नेचिंग और वाहन चोरी की आधा दर्जन से अधिक घटनाओं को अंजाम देने वाले कुल 3 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जिनमें 1 अंतर्राज्यीय और 2 स्थानीय हिस्ट्रीशीटर आरोपी शामिल है। शहर के 5 अलग – अलग थानों में आरोपियों के विरूद्ध अपराध पंजीबद्ध है। आरोपी अधिकतर बुजुर्ग महिलाओं को अपना शिकार बनाते थे। घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों के साथ प्रश्रय देने वाले आरोपी को भी गिरफ्तार किया गया है। घटना को अंजाम देने के पूर्व स्वयं की पहचान छिपाने के उद्देश्य से अपना चेहरा ढ़कने के साथ ही वाहन में फर्जी नंबर प्लेट लगात थे। अज्ञात आरोपियों की पतासाजी के लिए सैकड़ों की संख्या में सीसीटीवी को खंगाला गया। आरोपियों को चिन्हांकित करने एवं गिरफ्तार करने में एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट टीम कीअहम भूमिका रही है। तीनों आरोपी पूर्व में भी अलग-अलग प्रकरणों में जेल निरूद्ध हो चुके हैं।
आरोपियों के कब्जे से कुल 5 नग सोने की चैन एवं 2 नग सोने की अंगूठी कुल वजन लगभग 10 तोला 07 ग्राम जप्त किया गया है। घटना में प्रयुक्त चोरी की 3 नग दोपहिया वाहन पल्सर, एक्टिवा एवं एक्सेस को भी जप्त किया गया है। जप्त सामान की कीमत 10 लाख से अधिक बताई जा रही है।
आरोपियों से अन्य घटनाओं के संबंध में भी विस्तृत पूछताछ की जा रही है।
जानिए क्या है पूरा मामला
चैन स्नेचिंग की घटनाओं को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह द्वारा गंभीरता से लेते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर श्री लखन पटले, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण श्री कीर्तन राठौर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राईम संदीप मित्तल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सिविल लाईन अनुराग झा, उप पुलिस अधीक्षक क्राईम श्री संजय सिंह, प्रभारी एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट तथा संबंधित थाना प्रभारियों को अज्ञात आरोपियों की पतासाजी कर जल्द से जल्द गिरफ्तार करने हेतु निर्देशित किया गया।
वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट तथा थाना सिविल लाईन पुलिस की एक विशेष टीम का गठन किया गया। टीम के सदस्यों द्वारा घटनाओं के संबंध में प्रार्थियों से विस्तृत पूछताछ कर अज्ञात आरोपियों की पतासाजी करना प्रारंभ किया गया। टीम के सदस्यों द्वारा घटना स्थल का निरीक्षण करने के साथ ही घटना स्थल व उसके आस-पास लगे सी.सी.टी.व्ही. कैमरों के फुटेजों को खंगालते हुए आरोपियों द्वारा फरार होने हेतु जिन मार्गो का उपयोग किया गया था उन मार्गो में लगे सैकड़ो सी.सी.टी.व्ही. कैमरों के फुटेजों को खंगाला गया। टीम के सदस्यों द्वारा अज्ञात आरोपियों द्वारा घटना के दौरान उपयोग किये जाने वाहनों के संबंध में भी जानकारी एकत्र कर अज्ञात आरोपियों की पहचान सुनिश्चित करने के प्रयास किये जा रहे थे। अज्ञात आरोपियों के संबंध में तकनीकी विश्लेषण करने के साथ ही मुखबीर भी लगाया गया। टीम के सदस्यों द्वारा तरीका वारदात के आधार पर चैन स्नेचिंग के पुराने व हाल ही में जेल से रिहा हुए लूट के आरोपियों के संबंध में भी तस्दीक कर इनकी गतिविधियों पर सतत् निगाह रखकर भी अज्ञात आरोपियों की पतासाजी करने के हर संभव प्रयास किये जा रहे थे।
इसी दौरान अज्ञात आरोपियों की गिरफ्तारी में लगी टीम के सदस्यों को घटना में संलिप्त आरोपी सर्वेश दुबे जो पूर्व में भी चैन स्नेचिंग के प्रकरणों में जेल निरूद्ध रह चुका है, के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई। जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा आरोपी सर्वेश दुबे की पतासाजी करते हुए उसे गिरफ्तार करने में सफलता मिली। टीम के सदस्यों द्वारा चैन स्नेचिंग की घटनाओं के संबंध मंे पूछताछ करने पर उसके द्वारा अपने साथी कैलाश यादव एवं कृष्ण कुमार मेश्राम के साथ मिलकर चैन स्नेचिंग सहित वाहन चोरी की उक्त घटनाओं को अंजाम देना बताया गया। जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा घटना में संलिप्त आरोपी कैलाश यादव एवं कृष्ण कुमार मेश्राम की पतासाजी कर उन्हें भी पकड़ा गया।
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि तीनों गोबरानवापारा में रहते थे तथा योजना बनाकर चैन स्नेचिंग की घटनाओं को अंजाम देते थे। योजना के अनुसार घटनाओं को अंजाम देने हेतु सर्वप्रथम तीनों रायपुर के अलग – अलग स्थानों से 3 नग दोपहिया वाहन चोरी किये थे। इसके बाद सर्वेश दुबे व कैलाश यादव चोरी की दोपहिया वाहनों में फर्जी नंबर प्लेट लगाकर गोबरानवापारा से रायपुर शहर आते थे एवं स्वयं की पहचान छिपाने के उद्देश्य से अपने …