कांकेर |Herbal Gulal: रंगो का त्यौहार होली आने में अब केवल एक दिन ही शेष बचे हैं. रंगों के इस त्यौहार में लोग रंग बि रंगों से होली खेलते हैं. हालांकि पिछले कुछ समय में यह भी देखा गया है कि रासायनिक रंगों के प्रयोग से स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ता है. इसके चलते अब हर्बल गुलाल की डिमांड बाजारों में बढ़ गई है.
हर्बल गुलाल की भारी डिमांड को देखते हुए गांव व शहर की महिलाएं समूह बनाकर इस कार्य को अब करने लगी है. इसमें जिला प्रशासन की बिहान समूह भी इनकी मदद करने में आगे है. कांकेर शहर की महिलाएं भी अब हर्बल गुलाल बना रही है. इस गुलाल की मांग कांकेर शहर में ही नहीं बल्कि जिले भर में हो रही है. यह हर्बल गुलाल समूह की महिलाओं द्वारा पिछले 3 सालों से बनाई जा रही है. जिसमें इन्हें लाखों का मुनाफा होता है. इस बार अभी तक 3 क्विंटल गुलाल की बिक्री महिलाओं द्वारा हो चुकी है और लगातार बिक्री की जा रही है.