रंगों का त्योहार होली आने वाला है. हर साल फाल्गुन मास की पूर्णिमा को होली मनाई जाती है. इस साल 25 मार्च को रंगों का त्योहार होली मनाया जाएगा. अब जब इस त्योहार के आने में कुछ ही समय रह गया है तो तैयारियां जोर-शोर से शुरू हो गई हैं. होली का मतलब है रंग खेलना और जमकर पकवानों का मजा लेना. दोस्तों और रिश्तेदारों से मेल मुलाकात, पकवानों के मजे और रंगों से सरोबार होने के दौरान अक्सर हम सेहत को नजरअंदाज कर देते हैं जिसका हेल्थ पर असर पड़ता है
घर में तैयार करें स्नैक्स और पकवान
होली को खाने पीने का त्योहार कहा जाता है. लेकिन अगर आप अपनी सेहत पर खराब असर नहीं पड़ने देना चाहते हैं तो अच्छा होगा कि घर पर तैयार स्नैक्स और पकवान का यूज किया जाए. बाजार के पकवान सेहत पर भारी पड़ सकते हैं. अगर एक बार हैवी मील लिया तो दूसरे मील को हल्का रखे. दही या छाछ के सेवन से डाइजेशन को राहत मिलेगी.
रंग और गुलाल को निकालें
होली के त्योहार पर लोग एक दूसरे को रंग और गुलाल लगाते हैं. कई बार इनमें केमिकल मिले होते हैं जिससे सेहत को खतरा होता है. लोग कई बार रंग लगे हाथों से खा लेते हैं. इससे केमिकल के पेट में जाने का खतरा रहता है. रंग और गुलाल को अच्छे से साफ करने के बाद ही कुछ खाना चाहिए. केमिकल स्किन के लिए भी नुकसानदायक हो सकते हैं इसलिए उन्हें अच्छे से साफ करना जरूरी है.
वर्कआउट का शेड्यूल
होली है तो मालपुए और गुजिया खाने का मजा लिया जाएगा. इसके साथ ही दोस्तों और रिश्तेदारों के यहां दावत होंगी लेकिन ज्यादा खाने का गिल्ट पालने से बेहतर है कि अपने वर्कआउट के शेड्यूल को फॉलो किया जाए. त्योहार पर बिजी रहने के बावजूद हर दिन 20 मिनट का वक्त एक्सरसाइज के लिए जरूर निकालें.
note: किसी भी उपाय को करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर ले सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है.