पत्थलगांव- कुछ इसी तरह का हाल बयान कर रही है पत्थलगांव नगर पंचायत के कर्मचारियों की कार्यप्रणाली कर्मचारियों की कार्यप्रणाली प्रदेश की मौजूदा सरकार की कार्यकुशलता पर भी प्रश्नचिन्ह लगा रही है ताज़ा मामला पत्थलगांव का एकमात्र पार्क का है दो दिनों पूर्व आंधी बारिश में इस पार्क में एक विशालकाय वृक्ष गिर गया जिससे यहा मौजूद उपकरण क्षतिग्रस्त हो गये ,हालांकि इसके गिरने के दौरान आसपास किसी के नहीं होने से हादसा जरूर टल गया था, लेकिन तब से अब तक इस गिरे वृक्ष को हटाने के लिए नगर प्रशासन ने कोई जुगत नहीं किया है पार्क में गिरा यह वृक्ष यहा आने वाले लोगो को नगर प्रशासन की कार्यकुशलता को लेकर चिढाता नजर आ रहा है ।
बता दे की कुछ महीनो पूर्व जब पार्क से सटे रेस्ट हॉउस में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आये थे तब इस बेजान और जर्जर हो चुके पार्क का नवीकरण कार्य शुरू होने के बाद पार्क को एक बड़ा नया रूप मिला था परिसर में झूले, स्लाइड और अन्य मनोरंजन उपकरण बढ़ने के बाद पार्क बच्चों का भी पसंदीदा स्थान बन गया था। लेकिन अब यहा विशालकाय वृक्ष के गिरने से यहा लगे उपकरण टूट गये है और एक बार फिर यह पार्क असामाजिक लोगों की शिकारगाह में बदल गया है क्योंकि नगर पंचायत की ओर से रखरखाव की कमी लोगों को इससे दूर करती जा रही है।एक बार फिर इस पार्क ने अपनी चमक खो दी है क्योंकि नगरपंचायत इस पार्क को सुव्यवस्थित बनाए रखने में विफल रही है । पंचायत ने इस पार्क के निर्माण के बाद से ही न तो स्थापित सुविधाओं की देखभाल करने की जहमत उठाई और न ही बुनियादी ढांचे को उन्नत करने की कोशिश की।