बिलासपुर। CG NEWS : जिले के केंद्रीय जेल हमेशा सुर्खियों में रहा है आए दिन कुछ न कुछ घटना जेल के भीतर से सामने आती है। इसी तरह दो गुटों की आपसी विवाद के कारण युवकों के बीच लड़ाई हो गई जिसमें कुछ लोगों को चोट भी लगी है मामले में दोनों पक्ष के लोगो के उपर एफआईआर दर्ज भी की गई है।
दरअसल आधा दर्जन से अधिक उप जेलो की निगरानी करने वाले सेंट्रल जेल के अधीक्षक खुद अपना मुख्यालय नही सम्हाल पा रहे। मामला गत 22 मार्च को जेल में बंद बन्दियों के 2 गुट के बीच वर्चस्व की लड़ाई को लेकर हुए खूनी मारपीट का है जिसे जेल प्रशासन दबाने का प्रयास कर रहा था। मामला तब सामने आया जब वारदात की एफआईआर के लिए सिविल लाइन पुलिस को प्रतिवेदन भेजा गया। पुलिस ने दोनों के पक्ष के 11 लोगो के खिलाफ बलवा और हत्या के प्रयास का अपराध दर्ज किया है।
बताया जा रहा कि जेल में कवर्धा कांड के आरोपियों और बिलासपुर के आरोपियों के बीच रोजा इफ्तार के आयोजन को लेकर विवाद शुरू हुआ। दोनो गुट जेल में अपना वर्चस्व बनाये रखने आये दिन विवाद कर रहे थे। विवाद इतना बढ़ा की दोनों गुट ने एक दूसरे पर हमला करने चम्मच को घिसकर हथियार बना रखा था औऱ इसी से खूनी खेल खेला। जेल प्रशासन ने मामले को दबाने घायलों का जेल अस्पताल में ही उपचार कराया। सिविल लाइन टीआई प्रदीप आर्य ने शुक्रवार को जेल पहुच मामले की जांच के बाद एक पक्ष के मौसीन खान उर्फ चूहा, आसिफ खान, रफीक खान, इंदीत खान, अब्दुल अयाज खान, अब्दुल मेहताब खान और दूसरे पक्ष के
अल्ताफ खान, फिरोज खान, जलील खान, कमर अली खान को आरोपी बनाया गया है।