CG VIDEO : छत्तीसगढ़ में शराब की कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर शराब प्रेमियों की चिंता बढ़ गई है, उनके द्वारा सरकार की इस व्यवस्था को गलत ठहराया जा रहा है। वहीं यह विषय समाचार वार्ता का अहम हिस्सा बन चुका है। शराब पीने वाले लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सरकार अपना फायदा देखकर शराब की कीमत बढ़ाती है। उसे आम जनता की जेब से कोई सरोकार नहीं है।
उनका कहना है कि बढ़ी हुई कीमतें उपभोक्ताओं के बजट पर बोझ डाल सकती हैं, जिससे अत्यधिक खर्च उनकी आर्थिक स्थिति को प्रभावित कर रहा है। साथ ही, इससे स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी उत्पन्न हो रही हैं। सरकार को इस मुद्दे पर ध्यान देना और सामाजिक उत्थान के लिए समाधान ढूंढना जरूरी है। पहले शराब की कीमत में 2- 5 की बढ़ोतरी की जाती थी लेकिन अब सरकारी ठेका होने के बावजूद शराब की कीमत में सैकड़ो रुपए की वृद्धि की गई है जिससे शराब पीने वालों को काफी परेशानी हो रही है।
चर्चा के दौरान शराब दुकान संचालक ने बताया कि मूल्य वृद्धि से बिक्री पर कोई खास असर नहीं पड़ा है। वहीं सालों से शराब पी रहे वृद्ध ने बताया कि आदिवासी समुदाय के लोग शराब अधिक पीते हैं। मुख्यमंत्री भी आदिवासी होने के बाद आदिवासियों को शराब की अधिक कीमत चुकानी पड़ रहा है। पहले शराब की कीमत में 2- 5 की बढ़ोतरी की जाती थी, लेकिन अब सरकारी ठेका होने के बावजूद शराब की कीमत में सैकड़ो रुपए की वृद्धि की गई है, जिससे शराब पीने वालों को काफी परेशानी हो रही है।