राजनांदगाव। Chaitra Navratri 2024: माता की भक्ति का त्यौहार नवरात्रि का पर्व 9 अप्रैल से आरम्भ होने जा रहा है, छत्तीसगढ़ के डोंगरगढ़ में स्थित मां बमलेश्वरी मंदिर का इतिहास बहुत प्राचीन है और इसके विविध अवधारणाओं और कथाओं से घिरा है। यह मंदिर हिंदू धर्म के माता बमलेश्वरी को समर्पित है।
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कथा के अनुसार, माता बमलेश्वरी की पूजा के लिए एक योगी ने डोंगरगढ़ के पहाड़ के ऊपर एक मंदिर बनाया। इस मंदिर में आसन रखते समय उन्हें दूसरे स्थान पर बुलाया गया था, और जब वे लौटे तो देखा कि मंदिर के आधे हिस्से में एक सांप विराजमान है। योगी ने समझा कि यह मां बमलेश्वरी का अवतार है और वहां से मंदिर का निर्माण शुरू किया।
Chaitra Navratri 2024 : इस मंदिर का निर्माण प्राचीन काल में हुआ था और इसे लगातार समृद्धि के साथ संभाला गया है। यहां हर साल नवरात्रि के अवसर पर बड़े धूमधाम से उत्सव मनाया जाता है और लाखों भक्तगण यहां आकर मां बमलेश्वरी की पूजा-अर्चना करते हैं। मंदिर की विशेषता में से एक यह भी है कि यह पहाड़ के ऊपर स्थित है और इसे पाने के लिए यात्रियों को कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है, लेकिन फिर भी लोग इसे अपनी श्रद्धा और विश्वास के साथ यात्रा करते हैं।
Chaitra Navratri 2024: डोंगरगढ़ के बमलेश्वरी मंदिर के बारे में कुछ रोचक तथ्य:
1. डोंगरामा मंदिर, जो भीमलेश्वरी मंदिर के नाम से भी जाना जाता है, छत्तीसगढ़ के डोंगरामा गाँव में स्थित है। यह मंदिर माता बमलेश्वरी को समर्पित है और स्थानीय लोगों के लिए धार्मिक महत्त्व का केंद्र है।
2. इस मंदिर का निर्माण प्राचीन काल में हुआ था और इसके विचारशील शैली में विशेषता है।
3. डोंगरगढ़ मंदिर के पास एक झील है, जिसे महत्त्वपूर्ण माना जाता है। यहाँ भक्तगण नौका उद्यान का आनंद लेते हैं और पूजा के समय दीपदान के लिए यहाँ जाते हैं।
4. डोंगरगढ़ मंदिर के पास हर साल नवरात्रि के अवसर पर धार्मिक उत्सव मनाया जाता है, जिसमें स्थानीय लोग भाग लेते हैं।
5. इस मंदिर का पारंपरिक भारतीय वास्तुकला में महत्वपूर्ण स्थान है और यहाँ की संगमरमर की मूर्तियों की सुंदरता कायम रहती है।