सोमवार को ग्राम खोखमा के गाय बैल का चरवाहा से खबर मिला कि इंदागांव (धुरवागुडी) बफर परिक्षेत्र के कक्ष क्रमांक 1243 पहाड़ी के नीचे जंगल में एक भालु मरा हुआ है, जिसकी जबड़ा फटा हुआ और आगे के दोनो पैर का नाखुन भी नहीं है, सूचना मिलते ही सुशील सागर वनक्षेत्रपाल परिक्षेत्र अधिकारी इंदागांव (धुरवागुड़ी) बफर अपने स्टॉफ के साथ घटना स्थल पर पहुंचे और इसकी सूचना अपने उच्चाधिकारियों को दिया। चूंकि मादा भालु का उम्र लगभग डेढ़ दो साल का पोटाश बम से शिकार करने का शंका हो रहा है, इस कारण उपनिदेशक उदंती सीतानदी टायगर रिजर्व गरियाबंद वरुण जैन के द्वारा रणवीर घमशील डीएफओ जंगल सफारी रायपुर एवं आलोक बाजपेयी डीएफओ कांकेर से चर्चा कर डॉग स्क्वाड टीम को बुलाया गया। आज मंगलवार को सुबह डॉग स्क्वाड टीम का मदद लिया गया, और एन्टीपोचिंग टीम के द्वारा पोटाश बम बेचने वालो का पतासाजी किया गया, फिर भी आरोपियों का पता नहीं चल पाया। दो वेटनरी डॉक्टर के उपस्थिति मे मृत मादा भालु का पोस्टमार्टम किया गया। उसका पंचनामा बनाया गया, उसके उपरांत विधिवत वन अमलो की उपस्थिति मे मृत मादा भालु का दाह संस्कार किया गया, उसका भी पंचनामा बनाया गया। मादा भालु का मृत्यु का कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता लग सकता है। मृत मादा भालु का वन अपराध पंजीबध्द किया गया है।
आसपास के गांव में पोटाश बम बेचने वाले एवं मादा भालु का शिकार करने वाले आरोपियों का पतासाजी एन्टीपोचिंग टीम उदंती सीतानदी टायगर रिजर्व गरियाबंद के द्वारा किया जा रहा है।