चैत्र नवरात्रि का दूसरा दिन आज 10 अप्रैल दिन बुधवार को है. इस दिन चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि, विष्कम्भ और प्रीति योग, भरणी नक्षत्र है. आज के दिन मां दुर्गा के दूसरे स्वरूप मां ब्रह्मचारिणी की पूजा करते हैं. मां ब्रह्मचारिणी के आशीर्वाद से व्यक्ति अपने कार्य में सफल होते हैं, हर विकट स्थिति से लड़ने की क्षमता पैदा होती है
पौराणिक कथाओं के अनुसार, देवी पार्वती ने नारद जी के सुझाव पर शिव जी को प्राप्त करने के लिए हजारों वर्षों तक जंगल में कठोर तप और साधना की. वे सफेद वस्त्र पहनती हैं और हाथ में कमंडल एवं जप की माला धारण करती हैं. उनके कठोर साधना के कारण उनको मां ब्रह्मचारिणी कहा जाता है. वे दूसरी नवदुर्गा कहलाती हैं.
मां ब्रह्मचारिणी का प्रिय भोग
दूसरे दिन पूजा के समय मां ब्रह्मचारिणी को शक्कर और पंचामृत का भोग लगाना चाहिए.
मां ब्रह्मचारिणी का पूजा मंत्र
1. ब्रह्मचारयितुम शीलम यस्या सा ब्रह्मचारिणी।
सच्चीदानन्द सुशीला च विश्वरूपा नमोस्तुते।।
चैत्र नवरात्रि: दूसरे दिन का शुभ चौघड़िया मुहूर्त
लाभ-उन्नति मुहूर्त: 06:01 एएम से 07:36 एएम तक
अमृत-सर्वोत्तम मुहूर्त: 07:36 एएम से 09:12 एएम तक
शुभ-उत्तम मुहूर्त: 10:47 एएम से 12:22 पीएम तक
चर-सामान्य मुहूर्त: 03:33 पीएम से 05:09 पीएम तक
लाभ-उन्नति मुहूर्त: 05:09 पीएम से 06:44 पीएम तक