महाकाल मंदिर में धुलेंडी पर भस्मारती के दौरान लगी आग से झुलसे एक सेवक की मौत हो गई है। मंदिर समिति से प्राप्त जानकारी के अनुसार 80 वर्षीय सेवक सत्यनारायण सोनी 30 प्रतिशत से अधिक झुलस गए थे।
बता दें कि अग्निकांड केमिकल युक्त गुलाल उड़ाने के कारण हुआ था। मामले की प्रारंभिक जांच के बाद प्रशासक संदीप सोनी को हटा दिया गया था। इस मामले में अभी और भी कई लोगों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। वहीं सुरक्षा एजेंसी सहित कई कर्मचारियों और तैनात अधिकारियों को नोटिस दिए गए हैं।इस अग्निकांड में कुल 14 लोग झुलसे थे। इनमें पुजारी, प्रतिनिधि और सेवक शामिल थे। इनमें सत्यनारायण सोनी भी थे।
आगजनी की घटना की प्रारंभिक रिपोर्ट 4 बिंदुओं पर आई
महाकाल मंदिर में आगजनी की घटना की प्रारंभिक रिपोर्ट 4 बिंदुओं पर आई। कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि आग लगने का कारण थाली पर गुलाल गिरना पाया गया, बाहर से जो गुलाल लाया गया, उसी के कारण आग लगी। होली पर तय प्रोटोकॉल का उल्लंघन हुआ, मंदिर में जिम्मेदारों ने लापरवाही बरती, पूजा कर रहे लोगों ने भी नियम का पालन नहीं किया।