पांडुका — उधोराम झखमार साहित्य भवन में रत्नांचल जिला साहित्य एवं जन कल्याण समिति गरियाबंद का होली मिलन समारोह संपन्न हुआ। कार्यक्रम समिति के अध्यक्ष जितेंद्र सुकुमार साहिर, नूतन लाल साहू, राधेश्याम सेन, पुरुषोत्तम चक्रधारी, फनेंद्र साहू, कवियत्री सरोज कंसारी आदि ने मां सरस्वती के पावन प्रतिमा पर गुलाल लगाकर पूजा अर्चना किया तथा जिला भर से पहुंचे कवि एवं कवियत्री ने एक दूसरे पर गुलाल लगाकर होली मिलन पर रचनाएं पढ़ी। कार्यक्रम का संचालन करते हुए प्रदीप कुंवरदादा ने गीतों की बरसात करते हुए टुकड़ियों के माध्यम से लोटपोट कर दिया। राजिम से पहुंचे ओज के कवि टीकमचंद सेन ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत का समां बांध दिया। शायर राजेश साहू राज ने शानदार पंक्ति देते हुए कहा कि- उनकी अम्मी ने मुझे दूध पिलाई है। मेरी मां ने उन्हें रोटी खिलाई है। बड़े जब हो गए तो, मजहब की बात कहां से आई है।
फनेंद्र साहू भगवान राम की महिमा का गुणगान करते हुए कहा कि-प्रकृति के कण-कण में जिनका पवन नाम है। जिनके चरण कमल ही सबके चारों धाम है। वह कोई और नहीं अयोध्या पति, दशरथ नंदन मेरे प्रभु श्री राम है।
संतोष व्यास ने भगवान गणेश की स्तुति पैरोडी से किया और माहौल में रंग भर दिया। कवि नूतन लाल साहू, राधेश्याम सेन, भागचंद बंजारे, राजेश व्यास ने गीत, कविता एवं हास्य व्यंग्य के तीर चलाएं। कवि संतोष कुमार सोनकर मंडल ने मां की महिमा का गुणगान करते हुए नवरात्रि पर्व की बधाई दी और कहा कि हर दृष्टिकोण से मां की सेवा तथा उनके बताएं हुए अच्छे मार्ग पर चलने से जीवन की दशा और दिशा दोनों बदल जाती है।उनकी पंक्ति देखिए-मां संस्कार है मां उपहार है। मां का विस्तार अपार है। कमलेश कौशिक कठलहा ने दो अक्षर के राम नाम पर फोकस करते हुए उनके संबोधन में अनेक शब्द का वाचन अपने पंक्तियों के माध्यम से किया। देखिए-त्याग समर्पण की कहानी विषयों से निष्काम रूप अलौकिक अगम अपारा मर्यादित श्री राम। विजय सिंहा एवं भोजराम साहू ने गीत पढ़ा। इन दोनों ने होली उत्सव मिलन पर रचनाएं प्रस्तुत की। गोकुल राम साहू के साथ ही कवियत्री सरोज कंसारी ने श्रृंगार पर रचनाएं देकर खूब वाहवाही बटोरी। शायर जितेंद्र सुकुमार साहिर ने गजल पढ़ते हुए कहा कि जोड़िएं दिल के तार होली में, करिए खुशियां सुमार होली में, बुढ़ी मां कह रही बेटे आ जा घर एक बार होली में। पुरुषोत्तम चक्रधारी ने छत्तीसगढ़ी में गीत परोसकर श्रोताओं को वाह वाह कहने के लिए मजबूर कर दिया। देर शाम तक चले इस होली मिलन समारोह में कविता रस की रंग में सारे कई रंग गए थे। आभार प्रकट विजय सिंहा ने किया।उक्त जानकारी परिषद के मिडिया प्रभारी गोकुल राम साहू ने दी।