आज 11 अप्रैल गुरुवार को चैत्र नवरात्रि का तीसरा दिन है. नवरात्रि के तीसरे दिन मां दुर्गा के तीसरे स्वरूप मां चंद्रघंटा की पूजा की जाती है. आज मां चंद्रघंटा की पूजा रवि योग में किया जाएगा. रवि योग में सूर्य का प्रभाव अधिक होता है
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आज के दिन सुबह से ही रवि योग बना हुआ है, इस वजह से आप सुबह में 06:00 बजे के बाद कभी भी पूजा कर सकते हैं. आज का शुभ-उत्तम मुहूर्त 06:00 एएम से 07:35 एएम तक है.
मां चंद्रघंटा की पूजा करने से पाप नष्ट होगा, शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी, दांपत्य जीवन खुशहाल होगा, यश और कीर्ति में वृद्धि होने के साथ ही जीवन के अंत में मोक्ष मिलता है. शुक्र ग्रह से जुड़ा दोष भी दूर होता है. आइए जानते हैं चैत्र नवरात्रि के तीसरे दिन की पूजा विधि, मां चंद्रघंटा की पूजा का मंत्र, प्रिय भोग, शुभ मुहूर्त, आरती आदि के बारे में.
रवि योग में चैत्र नवरात्रि का तीसरा दिन
चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मां चंद्रघंटा की पूजा होती है. आज के दिन रवि योग बना हे. रवि योग सुबह 06:00 बजे से लेकर देर रात 01 बजकर 38 मिनट तक है. इसके अलावा प्रीति योग प्रात:काल से लेकर 07:19 एएम तक है, उसके बाद से आयुष्मान योग होगा, जो कल सुबह 04:30 एएम तक है.
मां चंद्रघंटा का पूजा मंत्र
1. ओम देवी चन्द्रघण्टायै नमः
2. ऐं श्रीं शक्तयै नमः
मां चंद्रघंटा का प्रिय भोग
मां चंद्रघंटा की पूजा करते समय आप उनको दूध से बनी सफेद मिठाई या फिर खीर का भोग लगा सकते है
पूजा विधि
आज सुबह स्नान करने के बाद साफ कपड़े पहन लें. उसके बाद मां चंद्रघंटा की पूजा प्रारंभ करें. उनको फूल, फल, अक्षत्, सिंदूर, कुमकुम, धूप, दीप, खीर, दूध से बनी मिठाई चढ़ाएं. पूजा के समय मां चंद्रघंटा के मंत्रों का उच्चारण करें. उसके बाद कपूर या घी के दीपक से मां मां चंद्रघंटा की आरती करें. पूजा में हुई कमियों के लिए क्षमा मांग लें. उसके बाद मनोकामना पूर्ति के लिए प्रार्थना कर लें.