गरियाबंद- अयोध्या में हुए प्रभु श्री राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के रूप में रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में छपाक आर्ट शाला की टीम के साथ मिलकर लगभग 6 टन धान और कुछ चावल की सहायता से लगभग बीस हजार वर्ग फीट में प्रभु श्री रामचंद्र जी की प्रतिमा रंगोली के रूप में बनाई गई थी जिसे बनाने में 3 दिवस का समय लगा, यह धान से निर्मित विश्व की सबसे बड़ी रंगोली रही जिसके लिए इंद्रकला और संगीत विश्वविद्यालय के कुलपति पद्मश्री से सम्मानित श्री मती ममता चंद्राकर जी के द्वारा आज रायपुर मे सम्मानित किया गया और सर्टिफिकेट वितरण किया गया। इस उपलक्ष्य में आर्टिस्ट सूरज सिन्हा ने कहा की यह सम्मान प्रभु श्रीराम जी को समर्पित है। हमारे छत्तीसगढ़ से प्रभु श्री राम जी का खास नाता रहा है यह उनका ननिहाल है। 500 वर्षों की तपस्या पूर्ण होने उपलक्ष में यह रंगोली बनाई गई।