दुबई में भारी बारिश के बाद वहां बाढ़ जैसे हालात हैं. सड़क से लेकर मेट्रो स्टेशन्स के अंदर, एयरपोर्ट, मॉल, दुकानों तक में पानी घुस गया है. सड़कों पर गाड़ियां आधी से ज्यादा डूबी हुई हैं. इतनी ज्यादा बारिश होने पर भी विशेषज्ञ मानते कि क्लाउड सीडिंग ने दुबई की बारिश में कोई भूमिका निभाई है.मौसम विज्ञानियों ने कहा कि क्लाउड सीडिंग से बारिश हो सकती है
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Cloud seeding एक तरह के वेदर मोडिफिकेशन है. जिसका उद्देश्य बारिश की मात्रा या प्रकार को बदलना, ओलावृष्टि को कम करना या कोहरे को फैलाना है. सामान्य उद्देश्य बारिश या बर्फबारी को बढ़ाना है, या उसके बाद के दिनों में होने वाली बारिश को रोकना होता है. लेकिन क्लाउड सीडिंग मौसम के जानकरों में अभी भी विवादास्पद है. यह साबित करना कठिन है कि यह बहुत अच्छा काम करता है.
कई दिन पहले ही पूर्वानुमानित था
मौसम और जलवायु वैज्ञानिकों ने कहा कि अत्यधिक बारिश होना वैसा ही है जैसे दुनिया जलवायु परिवर्तन से उम्मीद करती है. यह निश्चित है कि यह बादलों के साथ छेड़छाड़ के कारण ऐसा नहीं हुआ. यह कई दिन पहले ही पूर्वानुमानित था. वायुमंडलीय विज्ञान शोधकर्ता तोमर बर्ग ने कंप्यूटर मॉडल की ओर इशारा किया कि छह दिन पहले कई इंच बारिश का अनुमान लगाया गया था.
जलवायु गर्म होने के कारण अधिक बारिश
इंपीरियल कॉलेज ऑफ लंदन के जलवायु वैज्ञानिक फ्रेडरिक ओटो ने कहा, जब हम भारी बारिश के बारे में बात करते हैं, तो हमें जलवायु परिवर्तन के बारे में भी बात करने की ज़रूरत है. क्लाउड सीडिंग पर ध्यान केंद्रित करना भ्रामक है. जलवायु गर्म होने के कारण दुनिया भर में बारिश बहुत अधिक हो रही है.