जगदलपुर । Earthquake In Bastar: बस्तर के जगदलपुर शहर के पूर्वी क्षेत्र सहित ग्रामीण इलाके आड़ावाल, सेमरा में बुधवार देर शाम भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप के झटकों से चारों तरफ अफरा-तफरी का मोहोल बन गया. शाम लगभग 7.45 बजे जोरदार धमाके की आवाज के साथ जमीन हिल गई। तीन से चार सेकंड तक भूकंप सक्रिय रहा । लोग डर से घरों से बाहर निकल आए थे। कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने घटना की जानकारी दी और बताया कि तीन से चार सेकंड तक जमीन और मकान हिलते रहे। घटना से नुकसान की कोई जानकारी नहीं मिल पाई थी। रात शहर के कई इलाकों में भूकंप के झटके महसूस किए गए। एक घर के सामने खड़ी एक कार भी जमीन में धंस गई।
भूकंप की जानकारी के लिए भारत मौसम विज्ञान केंद्र रायपुर के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया कि उन्हें भी बस्तर क्षेत्र में भूकंप की सूचना मिली है। विस्तृत जानकारी के लिए दिल्ली मुख्यालय से संपर्क किया गया है। रिएक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता कितनी थी यह स्पष्ट नहीं हो पाया था।
आड़ावाल निवासियों ने बताया कि तेज धमाके की आवाज सुनकर ऐसा लगा जैसे कोई विस्फोट हुआ हो। सभी लोग घर के बाहर की ओर भागे। बाहर आकर देखा और आसपास के और भी परिवार घरों से बाहर निकलकर भाग रहे थे। ऐसा महसूस हुआ की इमारत हिल रही हो। रात का समय था इसलिए नजारा बहुल स्पष्ट नहीं दिखाई दिया।
शहर के सनसिटी, करकापाल के लोगों ने भी भूकंप के झटके महसूस करने की जानकारी देते हुए बताया कि रात साढ़े नौ बजे तक लोग घरों से बाहर सड़क पर थे। लोगों को भय था कि कहीं और झटके न आ जाएं। जिस क्षेत्र में भूकंप के झटके आए थे उससे नगरनार स्टील प्लांट की दूरी 13 किलोमीटर है। भूकंप की खबर के बाद प्लांंट में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है। इधर मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार बुधवार को दिन में दोपहर एक बजकर 25 मिनट पर तेलंगाना के हैदराबाद से 25 किलोमीटर दूर संग रेड्डी में भूकंप आया था। इसका केंद्र जमीन से पांच मीटर की गहराई पर था।
भूकंप आने पर क्या करें
अगर आप घर में हैं तो भूकंप के झटके महसूस होने पर टेबल या डेस्क के नीचे बैठें और खुद को कवर करके इंतजार करें. दीवारों के पास खड़े हों या बैठें, खिड़कियों और हैवी फर्नीचर के आसपास ना रहें.
घर के बाहर हैं तो बिल्डिंग्स, पावर लाइंस और चिमनियों से दूर रहें जो आपके ऊपर गिर सकते हैं.
अगर आप ड्राइव करते हुए भूकंप के झटके (Earthquake Tremors) महसूस करते हैं तो रुक जाएं. खुद को ट्रैफिक से दूर रखें और किसी ब्रिज या फिर ओवरपास के नीचे कार को खड़ा ना करें.
भूकंप आने की स्थिति में खुद पर संयम बनाए रखें. अगर आप घर के अंदर हैं तो अंदर ही रहें और अगर बाहर हैं तो बाहर रहें. हड़बड़ी ना मचाएं.
भूकंप की स्थिति में लिफ्ट का इस्तेमाल ना करें. हो सकता है कि भूकंप के दौरान लिफ्ट बंद पड़ जाए और आप उसमें फंसे रह जाएं.
भूकंप के बाद क्या करें
सबसे पहले देखें कि आपको और आपके आस-पास किसी को चोट तो नहीं लगी है.
पानी का कनेक्शन देखें, गैस और इलेक्ट्रिंक लाइन को देखें कि कुछ डैमेज तो नहीं हुआ है.
अगर गैस वगैरह डैमेज हुई है तो तुरंत घर के खिड़की दरवाजे खोलें और अधिकारियों की इसकी सुचना दें.
टूटे कांच और कूड़े के ढेरों से दूर रहें. जूते पहनकर ही किसी ढेर के आस-पास जाएं.
डैमेज्ड इमारतों या सामानों के आस-पास सावधानी (Caution) से जाएं.