कृष्णा अक्सर अपने कई शोज में अपने मामा चीची (गोविंदा) का अभिनय करके सबको हंसाते आए हैं। दोनों मामा-भांजे की बॉन्डिंग काफी अच्छी है। लेकिन कुछ सालों से दोनों परिवारों की बोलचाल बंद है। लेकिन कल रात को भांजी आरती की शादी में पहुंचकर गोविंदा ने सभी मनमुटाव को भुला दिया है।
दरअसल, लॉकडाउन के दौरान कृष्णा अभिषेक ने अपने चीची मामा (गोविंदा) पर यह आरोप लगाया था कि उनके चाचा उनके दोनों बेटों से मिलने नहीं आए थे, क्योंकि उस समय कृष्णा का एक बेटा अस्पताल में भर्ती था। लेकिन कृष्णा की इस बात पर गोविंदा ने कहा था कि उन्हें अस्पताल में बच्चों से मिलने नहीं दिया गया था। आरती सिंह फाइनली अब मिसेज दीपक चौहान बन गई है। आरती ने फैमिली और फेंड्स के आर्शीवाद के सामने दीपक चौहान के साथ 25 अप्रैल को सात फेरे लिए। कपल की वेडिंग फोटोज और वीडियोज सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। बॉलीवुड सुपरस्टार गोविंदा ने अपनी भांजी को आशीर्वाद दिया और आगे की लाइफ अच्छी हो, इसकी कामना की।
क्यों हुआ था मामा-भांजे में मनमुटाव
कृष्णा अभिषेक और उनके ची ची मामा यानी की गोविंदा की पिछले कई सालों से बोल-चाल बंद है। दरअसल, यह सब 2016 में शुरू हुआ था। गोविंदा अपने भांजे कृष्णा से इसलिए नाराज थे, क्योंकि एक शो के दौरान कृष्णा ने उनके नाम पर एक मजाक किया था, जो कि गोविंदा को बिल्कुल भी पसंद नहीं आया। हालात तब और खराब हो गए जब कृष्णा की पत्नी कश्मीरा शाह और गोविंदा की पत्नी सुनीता भी इसमें शामिल हो गईं। जब गोविंदा और कृष्णा में विवाद हुआ तभी कश्मीरा ने सोशल मीडिया पर एक ट्वीट भी किया था, जिससे मामला और भी बढ़ गया था। कश्मीरा ने ट्वीट किया, ‘पैसे के लिए नाचने वाले लोगों’। लेकिन ऐसा लगता है कि कल रात कृष्णा की बहन आरती सिंह की शादी में गोविंदा ने पहुंचकर मनमुटाव खत्म कर दिया। गोविंदा ने आरती और दीपक को उनके नए जीवन के लिए आर्शीवाद दिया। इस मौके का फायदा उठाते हुए कश्मीरा ने अपने ससुर (गोविंदा) के पैर छूए और आर्शिवाद लिया। गोविंदा ने कश्मीरा के दोनों बच्चों को अपना प्यारा और आर्शीवाद दिया।