धमतरी। CG CRIME NEWS : जिले में हुए हत्या की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा दी है, यहां मामूली सी बात पर अपने ही भाई की हत्या करने वाले चचेरे भाई को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मामला केरेगांव थाना क्षेत्र अंतर्गत का है। दरअसल शनिवार 27 अप्रेल को मुड़पार के जंगल में एक युवक की लहूलुहान हालत में लाश मिली थी। मृतक की पहचान दिलेश्वर नेताम निवासी मकारडोना के रूप में हुई थी, केरेगांव पुलिस को संका थी की युवक की हत्या हुई है इस बीच पुलिस आरोपी की पतासाजी में जुटी हुई थी, वहीं आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
केरेगांव पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार 27 अप्रैल को ग्राम फुटहामुड़ा गंगरेल रोड में ग्राम लहसुनवाही के कैम्पा जंगल में संदिग्ध लाश मिली थी। लाश की पहचान तिलेश्वर नेताम के रूप में की गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद केरेगांव पुलिस ने हत्या का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया। पुलिस को जांच में पूछताछ के दौरान पता चला कि मृतक तिलेश्वर नेताम और उसका चचेरा भाई भूपेन्द्र कुमार नेताम दोनों ओवर ब्रिज के काम में राजमिस्त्री का काम करते थे। भूपेन्द्र कुमार 27 अप्रैल को सुबह 10 बजे तिलेश्वर नेताम के साथ मोटरसाइकिल में पीछे बैठकर पारिवारिक कार्यक्रम में गया था। वहां दोनों ने खूब शराब भी थी। दोनों कार्यक्रम से घर लौटते समय बाइक सहित गिर गये। बाइक तिलेश्वर चला रहा था। भूपेन्द्र नेताम के दोनों पैर व कमर में चोट आई। मोटसाइकिल की चैन व क्लच लीवर टूट गया। तिलेश्वर से भूपेन्द्र ने कहा कि तुमने मुझे गाड़ी चलाने नहीं दिया और गिरा दिए हो। इसी बात को लेकर दोनों में मारपीट हो गई। तिलेश्वर ने पत्थर उठाकर भूपेन्द्र को मारा। भूपेन्द्र के सिर में चोट आई, जिससे उसको गुस्सा आया और भूपेन्द्र ने भी गुस्से से पत्थर उठाकर तिलेश्वर के चेहरे और आंख में मारा। तिलेश्वर बेहोश होकर मुंह के बल गिर गया। आरोपित भूपेन्द्र वन विभाग द्वारा लगाए गए फेंसिंग तार के अंदर जंगल में खींचते हुए ले गया। मुंह के बल लेटा दिया। वहीं पड़े पत्थर से सिर के पीछे दो बार वार किया। किन्तु उसे लगा कि वह जीवित है। फिर उसके पहने जूते के फीता खोलकर उसी से उसका गला घोट दिया और वहां से घर आ गया।
घटना में प्रयुक्त सामान को इधर-उधर फेंककर साक्ष्य को छिपाने का प्रयास किया। आरोपित भूपेन्द्र कुमार नेताम के विरुद्ध हत्या का अपराध पंजीबद्ध कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है। कार्रवाई में साइबर प्रभारी निरीक्षक सन्नी दुबे, थाना प्रभारी केरेगांव सहायक उपनिरीक्षक प्रदीप सिंह, प्रधान आरक्षक डिकेश सिन्हा, विनोद मरकाम, बिरेन्द्र साहू, आरक्षक जितेंद्र ठाकुर, साइबर टीम के प्रधान आरक्षक देवेंद्र राजपूत, योगेश नाग, युवराज ठाकुर, कृष्णा पाटिल का योगदान रहा।