राजिम | CG NEWS: राजिम के फिंगेश्वर ब्लॉक के ग्राम पंचायत धुरसा में एक 80 वर्षीय बुजुर्ग को दो वक्त के रोटी के लिए अपने पड़ोसियों से भीख मांगकर गुजारा करने को मजबूर हैं। इस 80 वर्षीय बुजुर्ग के दो बेटा-बहू हैं, जो खाना देना तो दूर अपने बुजुर्ग पिता का शक्ल देखना भी पसंद नहीं करते। बुजुर्ग के अंगूठा नही बताने के कारण पहले वे अपने राशनकार्ड में पोते को नॉमिनी बनाया था। जिस पर उन्हें राशन मिलता था।
लेकिन उसके बेटा बहू का अपने पिता से विवाद के कारण उसके राशनकार्ड से पोते का नाम नॉमिनी से कटवा दिया गया। तब से 10 माह बीत गए बुजुर्ग को सार्वजनिक राशन वितरण दुकान से राशन नही मिला हैं। वही, 3 माह पूर्व उसकी पत्नी की भी मृत्यु हो गई तब से बुजुर्ग अकेले किसी तरह पड़ोसियों के घर से भीख मांगकर किसी तरह अपने दो वक्त का भोजन बनाते हैं। वही, ग्राम पंचायत के जिम्मेदार लोग भी इस बुजुर्ग की सुध लेने से रह गए हैं।
मामले की जानकारी मिली तो घर में देखने पर उसके पास एक खाट, कुछ कपड़े दो-चार बर्तन और एक छोटा सा चूल्हा दिखा। इसके अलावा उसके पास कुछ नहीं था। पूछने पर बताया कि बढ़ते उम्र के साथ अब शरीर भी काम करना बंद कर दिया हैं। साल भर से राशन नहीं मिलने से भीख मांगकर किसी तरह जीवन व्यतीत रहा हूं। जब तक सांस चलेगा तब तक किसी तरह जीवन व्यतीत करना मजबूरी हैं।
कुछ लोग दया कर कुछ रुपये व थोड़ा बहुत राशन सामग्री दे देते हैं तो जिंदगी चल रहा है। राशन कार्ड है लेकिन अंगूठा नही आता हैं, कहकर सेल्समैन राशन नही देता। ग्राम के सरपंच के पास कई बार अपनी फरियाद लेकर गया, लेकिन वह भी कोई ध्यान नहीं दिया। जिस कारण से अब शासन प्रशासन और ग्राम पंचायत से आशा करना ही छोड़ दिया हूं। मुश्किल से 4-5 माह में एक बार पेंशन मिलता है, उसी में कुछ सामान खरीद लेता हूं।
घर में पानी की सुविधा नहीं है। शौचालय ठीक-ठाक नही है। जिस वजह से बहुत मुश्किल से शौच के लिए खुले मैदान में शौच के लिए जाना पड़ता है। उन्होंने करुण स्वर में बताया कि पत्नी की मृत्यु के बाद मैं अकेले ही रह रहा हूं हालांकि मेरे दो बेटे हैं, दो बेटियां शादी होकर चली गई। बेटों का भी शादी हो गया है, उनके बच्चे भी आ गए हैं। लेकिन सब के होते हुए भी मैं एकाकी जीवन जी रहा हूं। अगर राशन मिलना चालू हो जाए तो मेरी बहुत बड़ी समस्या हल हो जाएगी।
वही इस बारे में जब ग्राम पंचायत धूरसा के सरपंच रमेंद्र साहू से पूछा गया तो जिम्मेदारी से बचते हुए गोल मोल जवाब दिया उसने बताया कि 3-4 माह पहले मुझे जानकारी मिली थी तो उस समय मैं सेल्समेन को राशन कार्ड में किसी व्यक्ति को उत्तराधिकारी बनाने के लिए बोल दिया था।