अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर चार धाम यात्रा का शुभारंभ हो गया। आज केदारनाथ धाम के कपाट खोल दिए गए। अब गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के श्री कपाट खोले जाएंगे। शुक्रवार को सबसे पहले सुबह सात बजे केदारनाथ धाम के कपाट देश-विदेश के भक्तों के दर्शनार्थ खोल दिए गए।
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कपाटोद्घाटन का साक्षी बनने के लिए लगभग 15 हजार तीर्थयात्री गुरुवार शाम ही गंगोत्री व केदारनाथ धाम पहुंच चुके थे। जबकि, 35 हजार से अधिक तीर्थयात्री विभिन्न पड़ावों पर ठहरे हुए हैं।चार बजे से मंदिर परिसर तथा दर्शन पंक्ति में यात्रियों के आने का सिलसिला शुरू हो गया था। उसके बाद बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय, रावल भीमाशंकर लिंग, मुख्यकार्याधिकारी योगेंद्र सिंह पुजारी, धर्माचार्य वेदपाठी तथा केदार सभा के पदाधिकारी तथा जिलाधिकारी डा. सौरभ गहरवार प्रशासन के अधिकारी पूरब द्वार से मंदिर पहुंच गये।हजारों तीर्थयात्रियों के साथ CM पुष्कर सिंह धामी भी अपनी पत्नी के साथ दर्शन के लिए पहुंचे।
दिल्ली-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों का लंबा जाम
विकासनगर: शुक्रवार से शुरू हो रही चार धाम यात्रा को लेकर तीर्थयात्रियों की भीड़ उमड़ पड़ी है। गुरुवार को बाड़वाला में परिवहन विभाग की चेकपोस्ट पर ग्रीन कार्ड चेक करने की वजह से दिल्ली-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों का लंबा जाम लग गया। मौके पर पहुंची एआरटीओ व पुलिस की टीम ने जाम खुलवाया।
400 डॉक्टर तैनात, इनमें 256 एक्सपर्ट
पहली बार चार धाम यात्रा मार्ग पर 400 से ज्यादा डॉक्टरों की तैनाती। इनमें 256 इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर और विशेषज्ञ डॉक्टर हैं। फिर भी श्रद्धालु यात्रा में कम से कम 7 दिन का प्लान बनाकर आएं, ताकि घटते-बढ़ते तापमान में शरीर ढलता रहे।उत्तराखंड के स्वास्थ्य विभाग ने एडवाइजरी में कहा है कि चारों धाम 3 हजार मीटर से ऊपर हैं और पहाड़ों पर रुक-रुककर बर्फबारी हो रही है। इसलिए श्रद्धालु 7 दिन का प्लान बनाकर निकलें।