गरियाबंद नगर सहित अंचल में शुक्रवार को अक्षय तृतिया का महापर्व का महापर्व धूमधाम से मनाया गया।इससे पूर्व बाजार में पर्व को लेकर विगत कई दिनों से रौनक नजर आई थी। मिट्टी के पारंपरिक गुड्डे- गुड़ियों से सजे बाजार में ग्राहकों की भीड़ आज भी देखी गई,इसके साथ ही परंपरा अनुसार बच्चों ने भी अक्ती पर गुड्डे-गुड़ियों की शादी रचाई। गुड्डे-गुड़ियों की शादी में बच्चों के साथ बड़ों ने भी हिस्सा लिया। विवाह की सारी रस्में अदा कराई। मंदिर में श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना कर दान-पुण्य भी किया। साथ ही जिले में खूब शादियां हुई।
लोगो ने कहा गोकुलधाम है गरियाबंद का शिव दुर्गा चौक
शुक्रवार को सुबह से ही बच्चे अपने दोस्तों को गुड्डे-गुड़ियों की शादी में शामिल होने का न्यौता देते रहे। शहर के शिव दुर्गा चौक, पुराना मंगल बजार काली पारा संतोषी मंदिर बजरंग चौक में धूमधाम से अक्षय तृतीया की खुशियां बांटी गई। बच्चों ने बाजे-गाजे के साथ हल्दी, तेल की रस्म पूरी की। बारात निकाली। फिर शाम 7 बजे टिकावन भी हुआ।
छत्तीसगढ़ी संस्कृति हमारे बच्चों को जानना बेहद ज़रूरी है- ललित साहू सोनी साहू
बच्चों को कराया छत्तीसगढ़ी संस्कृति से रूबरू बुजुर्गों के मुताबिक अक्षय तृतीया गुड्डा-गुड़ियों की शादी का अनोखा पर्व है, जिसमें मिट्टी के गुड्डा-गुड़िया का ब्याह रचाया जाता है। बच्चों की खुशियों में परिवार के बड़े-बुजुर्ग भी शामिल होते हैं। गुड्डा-गुड़ियों का विवाह रचाने से बच्चों को छत्तीसगढ़ी संस्कृति में निभाए जाने वाले संस्कारों की जानकारी भी दी जाती है, ताकि बच्चे जब बड़े हो जाएं, तो उन्हें पहले से संस्कारों की जानकारी हो। इन संस्कारों में तालाब से चुलमाटी लाने की रस्म, तेल, हल्दी लगाने, सिर पर मौर-मुकुट बांधने, फेरे लेने, विदाई आदि रस्मों के बारे में सिखाया जाता है।
पूरे रीतिरिवाज के साथ हूँ कार्यक्रम बाक़ायदा कार्ड भी बनाया बच्चों ने
बच्चों ने कार्ड भी बनाया था, जिसे आसपास घरों में वितरण कर शादी में आमंत्रित किया।9 मई को चुलमाटी, तेल, हल्दी, मायन हुआ। गुड्डा-गुड़िया को हल्दी लगाकर रस्म की शुरुआत की गई। दूसरे दिन 10 मई को दोपहर बाद बारात निकाली गई। बारात में बच्चों के साथ परिजन भी शामिल हुए। शाम को विधि-विधान से शादी की रस्म पूरी कर टिकावन रखा गया, बच्चों सहित बड़ो और बुजुर्गों ने खूब आनंद लिया कल त्योहार का शहर के शिव दुर्गा चौक को लोग गोकुलधाम भी कहते है यहाँ मुहल्लेवासी एकजुट हो कर सभी कार्यक्रम गणेश पक्ष दशहरा कृष्णजन्माष्टमी और समय समय भंडारा प्रसादी वितरण करते भी नज़र आते है
ये रहे शामिल कनिष्का साहू तनिष्का साहू आशना सिंह आरुषि सिंह डबली साहू लतिका योगिता निषाद भाविका निषाद रुशिका सोनवानी नामिक्षा मुस्कान अंशु लतासाहू सोनी साहू स्नेहा सिंह,एकता,विनय