सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई। उक्त याचिका में स्टिंग ऑपरेशन के वीडियो की वास्तविकता का पता लगाने के लिए स्वतंत्र जांच की मांग की गई। इस वीडियो में एक व्यक्ति यह दावा करता है कि BJP विधायक सुवेंदु अधिकारी के कहने पर संदेशखाली में महिलाओं द्वारा बलात्कार के झूठे आरोप लगाए गए।
मंगलवार को संदेशखाली महिलाओं के एक समूह ने सुप्रीम कोर्ट में एक अलग मामला दायर कर निष्पक्ष जांच का अनुरोध किया. यह केस मिलने के बाद जज जानना चाहते हैं कि क्या कलकत्ता हाई कोर्ट ने सीबीआई जांच को लेकर कोई आदेश दिया है? वकील ने कहा हां. इसके बाद जजों ने अलग-अलग सुनवाई नहीं करते हुए ऐलान किया कि इस मामले की सुनवाई अगले जुलाई में संदेशखाली के मुख्य मामले के साथ की जाएगी.
संदेशखाली को लेकर सुप्रीम कोर्ट में मामला दायर किया गया
पिछले महीने राज्य सरकार की ओर से संदेशखाली को लेकर सुप्रीम कोर्ट में मामला दायर किया गया था. वहां बीजेपी पर साजिश रचने का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कर उचित जांच की मांग की गई है. 29 अप्रैल को जस्टिस बीआर गवाई की बेंच में मामले की सुनवाई हुई. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी संदेशखाली मामले में राज्य की ओर से वकील हैं. उन्होंने सुनवाई के पहले दिन पूछा कि राज्य की जांच से क्या अधिक जानकारी मिली है.इसे शीर्ष अदालत में जमा करने के लिए समय दिया जाना चाहिए. उनके सवाल के आधार पर जजों ने अगली सुनवाई की तारीख जुलाई में तय की.