नारायणपुर। Vikram Bais Murder Case : कांग्रेस नेता विक्रम बैस हत्याकांड की गुत्थी पुलिस ने 24 घंटे में सुलझा लिया है. पुलिस ने इस हत्याकांड में शामिल 6 आरोपियों को धरदबोचा है. वहीं हत्या का मास्टरमाइंड मनीष राठौर अभी भी फरार है. पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल हथियार,वाहन भी जब्त किए हैं.
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एसपी के मुताबिक इस हत्याकाडं को नक्सली साजिश की तरह पेश करने की कोशिश की गई. मामले में बारीकी से पूछताछ, सीसीटीवी फुटेज और सायबर एनालिसिस के आधार पर मनीष राठौर निवासी नारायणपुर का नाम सामने आया था. मनीष राठौर, जसप्रीत सिंह सिद्द्धू, विश्वजीत नाग, विप्लव और विवेक अधिकारी ने डेढ़ माह पहले हत्या की साजिश रची थी. इसके लिए भिलाई इंडियन कॉफी हाउस में आरोपियों ने मीटिंग की थी.
Vikram Bais Murder Case पिस्टल खरीदने और मर्डर की प्लानिंग के लिए मनीष राठौर, विश्वजीत नाग, राजीव रंजन, यति उर्फ राजू उर्फ बिहारी, संदीप यादव उर्फ संजू और सैमुअल उर्फ रायनुन्तलम के साथ मीटिंग की गई. हत्या में इस्तेमाल पिस्टल बिहार के सिवान से लाया गया था.
घटना को अंजाम देने के पहले दो दिनों तक आरोपियों ने विक्रम बैस की रेकी की. घ बीते सोमवार 13 मई को विक्रम बैस को अकेला पाकर आरोपी संजू यादव और विश्वजीत नाग ने पहले उस पर गड़ासा से वार किया. इसके बाद तीन गोलियां चलाकर हत्या कर दी. हत्या के बाद पिस्टल को मनीष राठौर के गोदाम में छिपा दिया गया था.
घटना में कांग्रेस नेता विक्रम बैस को पहले धारदा हथियार से सिर वाले हिस्से में वार किया गया. इसके बाद बंदूक से गोली मारी गई और सभी आरोपी बाइक वाहन में सवार होकर मौके से भाग निकले. फ़िलहाल पुलिस मुख्य आरोपी की तलाश में जुट गई है.
Vikram Bais Murder Case प्रकरण में दुर्ग, रायपुर एवं बिलासपुर की एसीसीयू टीम की सहायता से आरोपियों के संबंध में जानकारी इकट्ठा की गई. इसी आधार पर अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझा कर आरोपियों को गिरफ्तार कर रिमांड पर भेजा गया है.
इस दौरान जिले में पत्रकारों को धमकी देने के मामले का भी खुलासा हुआ. जिसमें मनीष राठौर ने धमकी भरे पत्र लिखकर लोगों को धमकाने का भी मामला खुला जिसमें विश्वजीत नाग ने धमकी भरे खतों को पोस्ट किया. किशोर आर्या परिवहन संघ अध्यक्ष को धमकी भरा पत्र लिखा गया. नक्सलियों के नाम पर धमकी भरे बैनर और पत्र भेजकर लोगों को आतंकित करने का काम भी इसी गैंग ने किया था.
कांग्रेस नेता विक्रम बैस ब्लॉक कांग्रेस उपाध्यक्ष के पद पर था. इसके अलावा नारायणपुर परिवहन संघ का सचिव था. बताया जा रहा है कि आरोपी मनीष राठौड़ और विक्रम बैस के बीच किसी निजी मामले को लेकर विवाद हुआ था. इसके बाद मनीष ने विक्रम को रास्ते से हटाने की योजना बनाई थी.
गिरफ्तार आरोपियों में –
1- विश्वजीत नाग उम्र 48 वर्ष साकिन 66 नं. बेलघड़िया थाना बेलघड़िया जिला कलकत्ता (पं.ब.) हाल मुकाम बंगलापारा, मनीष राठौर का गोदाम, नारायणपुर
2- संदीप यादव उर्फ संजू 24 वर्ष साकिन सुभाष चैक देहान (गौठान के पास) *बोरसी थाना पद्मनाभपुर जिला दुर्ग (छ.ग.),
3- राजीव रंजन यति उर्फ राजू उर्फ बिहारी उम्र 41 वर्ष सा. पिपरा थाना मीरगंज जिला गोपालगंज (बिहार) हाल मुकाम- रूट नं. 11 ब्लाॅक नं. 09 रूम नं. 11, सेक्टर 09 हाॅस्पिटल सेक्टर, थाना कोतवाली, सेक्टर – 06 जिला दुर्ग (छ.ग.)
4- आर. सैमुआल उर्फ रायनुन्तलम उम्र 39 वर्ष साकिन सड़क नं. 09 ब्लाॅक नं. 01 रूम नं. 06 हास्पिटल सेक्टर 09 थाना कोतवाली सेक्टर 06 जिला दुर्ग (छ.ग.)
5- जसप्रीत सिंह उर्फ पोतू उम्र 20 वर्ष साकिन खालसा बिला, बंगलापारा नारायणपुर थाना व जिला नारायणपुर
6- विवेक अधिकारी उर्फ सिदाम उम्र 28 वर्ष जाति नमोशूद्र साकिन बखरूपारा नारायणपुर।