उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित सिख धर्म के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल, गुरुद्वारा हेमकुंड साहिब के कपाट आज सुबह पारंपरिक अनुष्ठानों के साथ श्रद्धालुओं के लिए खोल दिये गये।
हेमकुंड साहिब के दर्शन के लिए आने वाले तीर्थयात्रियों की सुरक्षित और सुगम तीर्थयात्रा के लिए राज्य सरकार और जिला प्रशासन ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यात्रा के शुरुआती दिनों में केवल तीन हजार पांच सौ श्रद्धालु ही प्रतिदिन दर्शन कर पायेंगे।सप्त श्रृंग पर्वत मालाओं के बीच 4,632 मीटर की ऊंचाई पर स्थित सिखों के पवित्र धाम में 18 किलोमीटर की पैदल कठिन चढ़ाई को पार कर पहुंचा जाता है. विगत दिनों सेना के जवानों ने हेमकुंड साहिब यात्रा मार्ग से बर्फ हटाकर आवाजाही सुचारू कर दी थी. वहीं धाम में अब भी कई फीट बर्फ जमी हुई है.
गुरु आस्था पथ श्रद्धालुओं की आमद से गुलजार हो गया
श्री हेमकुंड साहिब के कपाट खुलने पर भ्यूंडार घाटी का गुरु आस्था पथ श्रद्धालुओं की आमद से गुलजार हो गया है. इस दौरान हेमकुंड साहिब जी की यात्रा पर आए पहले जत्थे में शामिल सिख श्रद्धालुओं में भारी उत्साह नजर आया. सभी श्रद्धालु गुरु गोविंद सिंह जी के प्रति अगाध आस्था और विश्वास के बलबूते लोकपाल घाटी की दुरह पहाड़ियों को आराम से पार करते नजर आए. वहीं श्रद्धालुओं की आमद से अब लोकपाल घाटी में शीतकाल में पसरा सन्नाटा भी टूट गया है. भ्यूंडार घाटी में उत्सव का माहौल बना हुआ है. श्री हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के वरिष्ठ प्रबंधक सरदार सेवा सिंह ने सभी संगतों से अपील की है की गुरु आस्था पथ पर सौहार्द कायम रखें और शांत माहौल बनाते हुए गुरु धाम मत्था टेकने पहुंचें और गुरु महाराज का आशीर्वाद लें.