रोहित यादव, कोरबा। CG NEWS : कटघोरा वन मंडल में असामान्य स्थिति में पाए गए एक तेंदुआ को आखिरकार नहीं बचाया जा सका। ट्रेंकुलाइज करने के बाद उसे कानन पेंडारी भेजा गया। उपचार करने के दौरान उसकी मौत हो गई। कटघोरा डीएफओ इस मामले को लेकर बताया है की भीषण गर्मी के कारण वह डिहाईड्रेशन का शिकार हो गया था जबकि जंगल में पानी जैसी कोई समस्या नहीं है।
इन्हें भी पढ़ें : CG WEATHER UPDATE : नौतपा के बीच छत्तीसगढ़ में बदला मौसम का मिजाज, इन जिलों में बारिश की चेतावनी
कटघोरा फॉरेस्ट डिवीजन के अंतर्गत कोनकोना के कक्ष क्रमांक 734 में रविवार को सुबह 9:00 बजे एक तेंदुआ कमजोर स्थिति में देखा गया था । लोगों की सूचना पर वन विभाग ने गंभीरता दिखाई। स्थिति को देखते हुए उच्च अधिकारियों को अवगत कराया गया। वन मंडल अधिकारी कुमार निशांत ने बताया कि भीषण गर्मी के दौर में तेंदुआ जिस स्थिति में मिला उससे ऐसा लगा कि वह लू की चपेट में आ गया था। वन विभाग के डॉक्टर के द्वारा उसे ट्रेंकुलाइज किया गया।
दिन रात्रि 1:30 तेंदुआ को कानून पेंडारी भेजा गया था जहां पर उसका उपचार चल रहा था। सोमवार को सुबह 8:30 बजे उसकी मौत होने की सूचना मिली है । इस मामले में जंगल क्षेत्र में पानी की कमी जैसा कोई मुद्दा नहीं है। वन्य प्राणियों के लिए हर तरफ पानी उपलब्ध है।
गर्मी के मौसम में वन्य प्राणियों की सुरक्षा को लेकर कई प्रकार से काम किए जा रहे हैं। जिस प्रकार की परिस्थितियों मौसम के इस दौर में पेश आ रही है उसे देखते हुए कई स्तर पर सतर्कता बरतने की जरूरत है।
डिहाइड्रेशन क्यों होता है, क्या हैं इसके कारण (Causes Of Dehydration)
कभी-कभी साधारण कारणों से इंसान डिहाइड्रेट हो जाता है. अगर आप बीमार या व्यस्त होने, सफर में होने, पैदल चलते रहने या किसी ऐसी जगह पर होने जहां पानी की कमी है के चलते पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं पीते हैं तो आपको डिहाइड्रेशन हो सकता है. इसके और कारणों में दस्त और उल्टी से होने वाले थोड़े समय में पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स की जबरदस्त हानि, तेज बुखार होना, बहुत ज़्यादा पसीना आना, बहुत ज्यादा पेशाब आना, हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, किडनी की दिक्कत और गर्म, आर्द्र मौसम का असर भी शामिल है.