मध्य प्रदेश | CRIME NEWS: गुना शहर व मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध हनुमान टेकरी धाम मंदिर एक फिर चर्चा में है। इसका कारण लगभग 4 साल पहले टेकरी मंदिर पर हुई चोरी है जिसका पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने चोरी की घटना को अंजाम देने वाले चार आरोपियों को गिरफ्तार कर दान पात्रों से चोरी के तीन लाख 40 हजार में से 1 लाख 13 हजार 745 रुपए भी बरामद कर लिए हैं।
चार साल बाद इस चोरी का खुलासा आरोपी के टैटू से हुआ। एसपी संजीव सिंहा ने बताया कि 18-19 जून 2020 की मध्य रात्रि में टेकरी मंदिर परिसर में रखे दान पत्रों को तोड़कर कुछ अज्ञात चोरों के द्वारा चोरी कर दान पात्रों में रखे रुपए चोरी किए थे।
पुलिस को मुखबिर से कुछ जानकारी प्राप्त हुई। इसके आधार पर पुलिस ने संदेही गणेशराम जयसवाल उर्फ गन्नू पुत्र बाबूलाल जायसवाल उम्र 42 वर्ष, मनोज जोगी उर्फ अक्षय पुत्र दिनेश जोगी उम्र 35 वर्ष, अनिल मेर उर्फ अन्नू उर्फ केशरा पुत्र प्रेमनारायण मेर उम्र 37 वर्ष और मनोज चौरसिया पुत्र भगवानलाल चौरसिया उम्र 37 वर्ष निवासीगण ग्राम गढ़ा थाना धरनावदा जिला गुना को हिरासत में लेकर पूछताछ की। आरोपी मनोज जोगी उर्फ अक्षय के दाहिने हाथ के अंगूठे के पास बना टैटू का मंदिर में चोरी करते समय मंदिर में घुसे आरोपी से मिलान हो गया।
यह था मामला: चार वर्ष पहले
शहर के सबसे प्रसिद्ध स्थल हनुमान टेकरी मंदिर में चोरों ने धावा बोलकर 8 दान पात्र से रुपए उड़ा दिए थे। 4-5 बदमाशों ने मिलकर पूरी घटना को अंजाम दिया था जो मंदिर के सीसीटीवी में भी कैद हो गई थी। चोर सीढ़ी और लेजम के सहारे मंदिर के गर्भ गृह में पहुंचे थे और 8 दान पात्र के ताले और कुंदे तोड़कर इसमें रखी दान राशि उड़ा दी थी।
गणेश एवं अन्नू ने चोरी करने की योजना तैयार की थी जिसमें मनोज जोगी व मनोज चौरसिया को शामिल किया। घटना के एक दिन पूर्व गणेश जायसवाल ने पहचान छिपाने के लिए घटना करते समय पहनने के लिए सदर बजार गुना से चार बनियान खरीदी थीं। घटना के दिन चारों गढ़ा बस स्टैंड पर मिले और पैदल सिंघाडी गांव वाले कच्चे रास्ते
से टेकरी मंदिर के लिए रवाना हुए। रास्ते में अपने कपड़े छुपाकर बनियान पहन लीं और मुंह ढंक लिया। चोरी के रुपयों में से गणेश ने अन्नू व मनोज को 90 हजार व मनोज को 20 हजार रुपए दिए, 1 लाख 94 हजार रुपए गणेश ने अपने पास रख लिए थे। थे। गणेश ग ने उनसे कहा था कि शेष रुपए बाद में बांटेंगे तथा धीरे धीरे उक्त तीनों आरोपियों को नशा करने के लिए रुपए देता रहा।