भिलाई नगर। CG NEWS : आदर्श आचार संहिता के दौरान नगर निगम भिलाई के कुछ अधिकारियों और ठेकेदारों की मिलीभगत ने ऐसी तत्परता दिखाई कि रातों रात दो दिन में सड़क डामरीकरण हो गया। कागजी गुणवत्ता से दूर जिस सड़क पर रात भर काम कर जल्द बिल पास करवाने की जुगत लगाई गई वह सड़क डामरीकरण के नाम पर महज खानापूर्ति की दास्तान खुद ब खुद बयां करने लगी नतीजतन स्मृति नगर और आनंद नगर क्षेत्र के रहवासियों ने तत्काल बड़ी संख्या में इसकी शिकायत वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन से कर दी। चूंकि श्री सेन पिछले डेढ़ हफ्ते से झारखंड के दुमका लोकसभा चुनाव में गए हुए थे, आनन फानन उनके आने से पहले इस काम को लुक-छिपकर अंजाम दिया गया। हैरत की बात यह है कि विधायक रिकेश सेन ने जब निगम कमिश्नर और महापौर से इस संबंध में बातचीत की तो उन्हें भी यह कार्य कराये जाने की सूचना तक नहीं थी। कमिश्नर, मेयर और एमएलए के बिना जानकारी लागू आचार संहिता के बीच धड़ल्ले से यह काम करवाया जाना एक बड़े षड़यंत्र और भ्रष्टाचार की ओर इशारा कर रहा है नतीजतन विधायक रिकेश ने राज्य सरकार को मामले की जानकारी देते हुए तत्काल ऐसा टारगेट देकर ठेकेदार से रातों रात काम की खानापूर्ति करवाने वाले अधिकारियों के संबंध में आयुक्त को कड़े एक्शन लेने के निर्देश दिए हैं।
इधर दूसरी तरफ निगम अधिकारियों की एक और कारस्तानी झारखंड से लौटने पर विधायक रिकेश सेन के संज्ञान में आई है और भी मामला जल्द बड़े एक्शन की ओर इशारा कर रहा है। दरअसल वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन ने कलेक्टर को पत्र लिख शारदापारा कैंप-2 तालाब में रिटेनिंग वॉल निर्माण की जांच करवाने कहा है। विधायक ने बताया कि वैशाली नगर विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत शारदा पारा तालाब केम्प-2 में रिटेनिंग वॉल निर्माण कार्य तालाब की लुगदी और मलबे की साफ-सफाई पश्चात् नगर पालिक निगम भिलाई द्वारा किया जाना था परन्तु निर्माण एजेन्सी द्वारा तालाब की लुगदी लगभग 10 फीट की बिना साफ-सफाई व नींव खोदे बिना ही लुगदी के ऊपर रिटेनिंग वॉल का निर्माण किया जा रहा है जिससे रिटेनिंग वॉल निर्माण में अपेक्षित मजबूती नहीं होगी व रिटेनिंग वॉल बहुत जल्दी ही खराब होने की आशंका बलवती है। इससे आस-पास के लोगों में काफी आक्रोश है व शासन की राशि का भी दुरूपयोग हो रहा है। श्री सेन ने कहा कि जनआकांक्षा के अनुरूप केम्प-2 शारदा पास तालाब रिटेनिंग वॉल निर्माण कार्य की जांच कर नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही करने की जाए।
आपको बता दें कि स्मृति नगर और आनंद नगर में बिना विधायक, आयुक्त और महापौर के संज्ञान में लाए जो डामरीकरण कार्य दो दिन के भीतर निपटा दिया गया है, वह कार्य निगम से ठेका कंपनी सीमा और क्वालिटी कंस्ट्रक्शन द्वारा किया गया। अधोसंरचना मद का यह पूरा काम 43 लाख का था जिस पर आचार संहिता के दौरान निगम अधिकारी और ठेकेदार की मिलीभगत का आरोप लग रहा है। जानकारी मिली है कि विधायक, महापौर और आयुक्त के संज्ञान में लाए बगैर निगम अधिकारी ने संबंधित ठेका कंपनी को दो दिन का टारगेट देकर आनन फानन यह काम पूरा करने कहा। ठेका कंपनी ने भी नियमों को ताक पर रख रातों रात सड़क पर डामर बिछा कर अपना पल्ला झाड़ लिया है। आज सम्पूर्ण मामला सामने आने पर विधायक ने इसे गंभीरता से लिया और आयुक्त से दोषियों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।