देश के अधिकतर राज्य में प्रचंड गर्मी, भीषण लू आपदा बनकर टूटी है। बता दे कई राज्यों में जैसे बिहार में भीषण गर्मी से 10 मतदान कर्मियों सहित 14 लोगों की मौत हो गई। वहीं, ओडिशा के सुंदरगढ़ में हीट स्ट्रोक से 12 लोगों की मौत हो गई तो झारखंड में चार लोगों की मौत हो गई। उधर, पूर्वांचल में हीट वेव की चपेट में आने से चुनाव ड्यूट में जाने वाले 9 होमगार्ड जवानों और पांच मतदानकर्मियों की मौत हो गई।
इसी बीच आईएमडी ने अगले 5 दिनों के लिए हरियाणा, चंडीगढ़, पंजाब, उत्तराखंड, झारखंड, दिल्ली, एमपी, छत्तीसगढ़, बिहार, ओडिशा, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, यूपी और तेलंगाना में हीटवेव से लेकर भीषण हीटवेव की चेतावनी जारी की है। पंजाब, हरियाणा, पूर्वी मध्य प्रदेश, यूपी, ओडिशा और छत्तीसगढ़ में वॉर्म नाइट कंडीशंस रहेंगी। गोवा और कोंकण में गर्म और उमस रहने की संभावना है।
हीट स्ट्रोक से करें बचाव:
- भीषण गर्मी में खुद को हाइड्रेट रखें. ज्यादा से ज्यादा पानी पिए. अपने खान-पान में तरल पदार्थ अधिक मात्रा में लें.
- हल्के और सूती कपड़े पहनें, यह कपड़े पसीना सूखने में मदद करते हैं और त्वचा को ठंडक पहुंचाते हैं.
- अपने खाने में दही, छाछ, ककड़ी, खीरा, पुदीना, तरबूज आदि का सेवन करें. यह चीज शरीर को ठंडक प्रदान करती हैं.
- तली भुनी और मसालेदार चीजों का सेवन कम करें. धूम्रपान और शराब का सेवन न करें.
हीट वेव और लू प्रकोप से बचाव हेतु क्या न करें:
- भीषण गर्मी में दोपहर के समय अधिक श्रम वाली गतिविधियों को न करें.
- प्रोटीन वाले भोजन से बचें और बासी भोजन न करें.
- शराब, चाय, कॉफी और कार्बोनेटेड शीतल पेय पदार्थों का सेवन करने से बचें.
- दोपहर में जब दिन का तापमान अधिक हो उस दौरान खाना पकाने से बचें.
हीट वेव का सबसे अधिक खतरा: डॉ नीरज निश्चल ने कहा कि हिटवेव (लू) से वृद्ध, बच्चे, गर्भवती महिलायें, बीमार, मजदूर, दुर्बल, और निराश्रित लोग अधिक प्रभावित होते हैं. ऐसे में लोग खुद को हाइड्रेट रखने के लिए ओआरएस घोल, नारियल का पानी, लस्सी, नीबू का पानी, छांछ, आम का पन्ना इत्यादि घरेलू पेय पदार्थों को इस्तेमाल करें.