रायपुर। आजंनेय विश्वविद्यालय के फोरेंसिक साइंस के छात्रों द्वारा मॉक क्राइम सीन इन्वेस्टिगेशन प्रशिक्षण का आयोजन किया गया, जिसमें विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने परिसर में क्राइम सीन को क्रिएट कर उसके विश्लेषण और साक्ष्य संग्रह का व्यावहारिक अनुभव लिया।
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फोरेंसिक साइंस विभाग के संकाय सदस्यों नीतू यादव एवं जयस्मिता के निर्देशन में, मॉक क्राइम सीन में छात्रों ने व्यावहारिक स्थितियों में लागू करने की क्षमता का परीक्षण किया। साथ ही, छात्रों ने घटनास्थल की बारीक से बारीक सबूतों, जिसमें फिंगरप्रिंट, रक्त के नमूने और अन्य ट्रेस सामग्री जैसे साक्ष्य एकत्र करने एवं विश्लेषण करने की तकनीक जानी।
विज्ञान विभाग की डीन डॉ. शिल्पा शर्मा ने कहा कि यह मॉक क्राइम सीन इन्वेस्टिगेशन हमारे फोरेंसिक साइंस पाठ्यक्रम का एक अभिन्न अंग है, जिसमें विद्यार्थियों को केवल सैद्धांतिक ही नहीं बल्कि व्यावहारिक अनुभव से भी अवगत कराना है। हमारे विश्वविद्यालय का प्रयास है कि विद्यार्थियों को अधिक से अधिक प्रयोगात्मक ज्ञान दिया जाए, जिससे वे फोरेंसिक के क्षेत्र में बेहतर कार्य कर सकें।