जबलपुर। Jabalpur Suicide News : पारिवारिक कलह ने एक बार फिर पूरे परिवार की बलि ले ली, मामला जबलपुर से लगे भेड़ाघाट थाना इलाके के सिहोदा गांव का है, जहां रेलवे में ट्रैकमैन के पद पर पदस्थ नरेंद्र चढ़ार नाम के शख्स ने अपनी पत्नी और दो मासूम बच्चियों के साथ ट्रेन के सामने कूद कर खुदकुशी कर ली। इस घटना की खबर जैसे ही लोगों के लगी तो हर कोई सहम उठा। दिल दहला देने वाली इस घटना के पीछे पारिवारिक विवाद को कारण बताया जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक रेलवे में ट्रैकमैन के पद पर पदस्थ नरेंद्र चढ़ार मोटरसाइकिल से अपनी पत्नी रीना चढ़ार और दो मासूम बच्चियों 6 साल की सानवी और तीन माह की मानवी के साथ रेलवे ट्रैक के किनारे पहुंचा और तेज रफ्तार ट्रेन के सामने आकर अपनी जिंदगी खत्म कर ली। भेड़ाघाट थाना इलाके के सिहोदा गांव से लगे देघोरी नहर के पास रेलवे लाइन पर एक साथ 4 लाशों के पड़े होने की सूचना जैसे ही गांव में पहुंची तो बड़ी तादाद में लोग रेलवे ट्रैक पर पहुंचे, इसके बाद पूरे मामले की सूचना भेड़ाघाट पुलिस को दी गई।
मौके पर पहुंची पुलिस ने आसपास के ग्रामीणों की मदद से टुकड़ों में बंटे शवों एकत्र कर पोस्टमार्टम के लिए जबलपुर के नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया। पुलिस की अब तक की जांच में मौत के वास्तविक कारणों का खुलासा तो नहीं हो पाया है लेकिन ग्रामीणों में इस बात की चर्चा है कि मृतक नरेंद्र चढ़ार पिछले कई महीनो से पारिवारिक कलह को लेकर परेशान था, लोगों का कहना है कि नरेंद्र का आए दिन अपनी मां के साथ विवाद होता रहता था और इसकी जानकारी उसने अपने ससुराल वालों को भी दी थी, नरेंद्र अक्सर अपनी मां से होने वाले विवाद में यह धमकी भी दिया करता था कि अगर वह ज्यादा परेशान हुआ तो किसी दिन ट्रेन से कट कर आत्महत्या कर लेगा। फिलहाल जबलपुर की भेड़ाघाट पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है और परिजनों के साथ ही आसपास के रहने लोगों के बयान भी दर्ज किए जा रहे हैं।
पारिवारिक कलह ने एक बार फिर पूरे परिवार की बलि ले ली, मामला जबलपुर से लगे भेड़ाघाट थाना इलाके के सिहोदा गांव का है, जहां रेलवे में ट्रैकमैन के पद पर पदस्थ नरेंद्र चढ़ार नाम के शख्स ने अपनी पत्नी और दो मासूम बच्चियों के साथ ट्रेन के सामने कूद कर खुदकुशी कर ली। इस घटना की खबर जैसे ही लोगों के लगी तो हर कोई सहम उठा। दिल दहला देने वाली इस घटना के पीछे पारिवारिक विवाद को कारण बताया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक रेलवे में ट्रैकमैन के पद पर पदस्थ नरेंद्र चढ़ार मोटरसाइकिल से अपनी पत्नी रीना चढ़ार और दो मासूम बच्चियों 6 साल की सानवी और तीन माह की मानवी के साथ रेलवे ट्रैक के किनारे पहुंचा और तेज रफ्तार ट्रेन के सामने आकर अपनी जिंदगी खत्म कर ली।
भेड़ाघाट थाना इलाके के सिहोदा गांव से लगे देघोरी नहर के पास रेलवे लाइन पर एक साथ 4 लाशों के पड़े होने की सूचना जैसे ही गांव में पहुंची तो बड़ी तादाद में लोग रेलवे ट्रैक पर पहुंचे, इसके बाद पूरे मामले की सूचना भेड़ाघाट पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने आसपास के ग्रामीणों की मदद से टुकड़ों में बंटे शवों एकत्र कर पोस्टमार्टम के लिए जबलपुर के नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया।
पुलिस की अब तक की जांच में मौत के वास्तविक कारणों का खुलासा तो नहीं हो पाया है लेकिन ग्रामीणों में इस बात की चर्चा है कि मृतक नरेंद्र चढ़ार पिछले कई महीनो से पारिवारिक कलह को लेकर परेशान था, लोगों का कहना है कि नरेंद्र का आए दिन अपनी मां के साथ विवाद होता रहता था और इसकी जानकारी उसने अपने ससुराल वालों को भी दी थी, नरेंद्र अक्सर अपनी मां से होने वाले विवाद में यह धमकी भी दिया करता था कि अगर वह ज्यादा परेशान हुआ तो किसी दिन ट्रेन से कट कर आत्महत्या कर लेगा। फिलहाल जबलपुर की भेड़ाघाट पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है और परिजनों के साथ ही आसपास के रहने लोगों के बयान भी दर्ज किए जा रहे हैं।